Chanda Kochhar Case लोन फ्रॉड केस में ICICI बैंक की पूर्व CEO-MD चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर की परेशानी बढ़ गई है। शनिवार को मुंबई की विशेष कोर्ट ने दोनों को तीन दिन की सीबीआई हिरासत में भेज दिया है। शुक्रवार को जांच एजेंसी ने दोनों को वीडियोकॉन ग्रुप को 3,250 करोड़ का बैंक लोन देने के मामले में गिरफ्तार किया था।
◆ICICI बैंक की पूर्व CEO चंदा कोचर को CBI हिरासत
---विज्ञापन---◆चंदा कोचर और पति दीपक को 26 दिसंबर तक CBI हिरासत#ChandaKochhar pic.twitter.com/i3o3n7doit
— News24 (@news24tvchannel) December 24, 2022
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अब दोनों 26 दिसंबर तक सीबीआई हिरासत में रहेंगे। सीबीआई उनसे लोन फ्रॉड से जुड़े कई सवालों के जवाब जानने की कोशिश करेगी। इस मामले में आरोप है कि जब चंदा कोचर आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ थीं तो साल 2012 में उन्होंने वीडियोकॉन ग्रुप को लोन दिया था। आरोप है कि इसके बदले में दीपक कोचर की कंपनी नू रिन्यूएबल को वीडियोकॉन में निवेश किया था। बाद में यह लोन नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (एनपीए) हो गया।
यह है पूरा मामला
सितंबर 2020 में प्रवर्तन निदेशालय ने दीपक कोचर को गिरफ्तार किया था। बैंक ने वीडियोकॉन ग्रुप को 3,250 करोड़ का लोन दिया और छह महीने बाद वेणुगोपाल धूत के स्वामित्व वाली मेसर्स सुप्रीम एनर्जी ने मैसर्स न्यूपावर रिन्यूएबल्स को 64 करोड़ का लोन दिया, जिसमें दीपक कोचर की 50% हिस्सेदारी है। बैंक और वीडियोकॉन के शेयर होल्डर अरविंद गुप्ता ने प्रधानमंत्री, रिजर्व बैंक और सेबी को एक पत्र लिखकर वीडियोकॉन के अध्यक्ष वेणुगोपाल धूत और चंदा कोचर पर एक-दूसरे को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया था। साल 2019 में चंदा कोचर के खिलाफ आरोपों की जांच कर रही जस्टिस बी.एन. श्रीकृष्णा समिति की रिपोर्ट आई थी जिसमें कहा गया था कि चंदा कोचर ने बैंक की आचार संहिता का उल्लंघन किया है।
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