मुंबई के छत्रपति संभाजी नगर (पूर्व में औरंगाबाद) के वडगांव कोल्हाटी क्षेत्र में सोमवार देर रात पुलिस और एक डकैती के मुख्य आरोपी के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में लड्डा डकैती केस में वांछित अमोल खोतकर मारा गया। पुलिस ने दावा किया है कि अमोल ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पुलिस टीम पर गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया और फायरिंग की, जिसके जवाब में पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी। मृत आरोपी के शव को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेजा गया है। पुलिस इस घटना की जांच करने में जुट गई है।
10 दिन पहले हुई थी बड़ी डकैती
यह मुठभेड़ 10 दिन पहले वालूज इलाके में हुई एक हाई-प्रोफाइल डकैती की जांच से जुड़ी है। इस डकैती में लड्डा नामक एक व्यापारी के घर से करीब 5 किलो सोना और 20 किलो से अधिक चांदी लूट ली गई थी। यह मामला स्थानीय व्यापारिक समुदाय में भारी सनसनी का कारण बना था। पुलिस को जांच के दौरान मिले सुरागों के आधार पर इस मामले में अब तक पांच आरोपियों को हिरासत में लिया गया है।
पूछताछ में सामने आया था अमोल का नाम
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में अमोल खोतकर का नाम सामने आया, जिसे इस डकैती का मास्टरमाइंड बताया जा रहा था। पुलिस को यह भी सूचना मिली थी कि लूट का अधिकांश माल अमोल के पास ही है। इसके बाद पुलिस ने उसकी तलाश तेज कर दी थी।
मुठभेड़ का घटनाक्रम
पुलिस के मुताबिक, अमोल की लोकेशन वडगांव कोल्हाटी इलाके में ट्रेस की गई। इसके बाद पुलिस की विशेष टीम ने आधी रात को इलाके में ऑपरेशन चलाया। जब पुलिस अमोल को पकड़ने पहुंची, तो उसने भागने की कोशिश की और पुलिसकर्मियों पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की। पुलिस का यह भी दावा है कि अमोल ने उन पर फायरिंग की, जिससे आत्मरक्षा में पुलिस को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी। इस गोलीबारी में अमोल खोतकर की मौत हो गई।घटनास्थल से पुलिस ने अमोल की बंदूक समेत अन्य सबूत जब्त किए हैं।
पुलिस जांच में जुटी
इस पूरे ऑपरेशन के दौरान इलाके में तनावपूर्ण स्थिति रही, लेकिन अब हालात सामान्य हैं। मृत आरोपी के शव को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेजा गया है और इस घटना की विस्तृत जांच जारी है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि लूटा गया माल कहां छुपाया गया है और इस डकैती में और कौन-कौन शामिल था। इस मुठभेड़ को लेकर पुलिस विभाग ने उच्चस्तरीय रिपोर्ट तैयार कर राज्य सरकार को सौंपने की प्रक्रिया शुरू कर दी।