महाराष्ट्र में सतारूढ़ महायुति में कश्मीर से पर्यटकों को वापस लाने के लिए श्रेय लेने की जो होड़ मची थी, भाजपा नेता इससे नाराज हैं। कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश था। महाराष्ट्र के 6 पर्यटक भी आतंकियों के गोली का शिकार बने और कई लोग घायल हुए। हमले के बाद कश्मीर में फंसे पर्यटक घबराए हुए थे। वे घर वापस आना चाहते थे।
महाराष्ट्र के पर्यटकों को वापस लाने के लिए सरकार ने कमर कसी। सरकार के 2 मंत्री पहलगाम पहुंच गए, लेकिन शिवसेना और भाजपा के 2 मंत्रियों के अलग-अलग पहलगाम पहुंचने से महायुति में कलह की खबरें जोर पकड़ने लगीं हैं। यह भी सामने आया कि महायुति में मतभेद है। सूत्रों के मुताबिक, उप-मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पहलगाम पहुंचने से भाजपा चिढ़ी हुई है।
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एकनाथ शिंदे ने बुक कराई फ्लाइट्स
एकनाथ शिंदे ने आतंकियों से पर्यटकों को बचाने में अपनी जान गंवाने वाले कश्मीरी मुस्लिम युवक सैयद आदिल हुसैन शाह के परिवार को 5 लाख की मदद और घर बनवाने की घोषणा कर दी। इसी बीच NCP अजित पवार गुट की तरफ से भी ऐसे बयान आए, जिन्हें सुनकर लगा कि जम्मू कश्मीर से पर्यटकों को वापस लाने की पूरी जिम्मेदारी अजित पवार के कंधों पर है।
सरकार की तरफ से महाराष्ट्र के आपदा प्रबंधन मंत्री गिरीश महाजन भी फंसे हुए पर्यटकों की सुरक्षित वापसी के लिए श्रीनगर पहुंचे थे। मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक, राज्य सरकार ने इंडिगो और एयर इंडिया की विशेष उड़ानों की व्यवस्था की और सैकड़ों पर्यटकों को मुंबई वापस लाया गया। उप-मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे खुद फ्लाइट से पर्यटकों को साथ लेकर आए।
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महाराष्ट्र का मजाक उड़ाने का आरोप
लेकिन एकनाथ शिंदे ने जिस तरह से पर्यटकों के लिए फ्लाइट बुक कराई, लोगों में यह संदेश गया कि एकनाथ शिंदे मदद के लिए हमेशा आगे रहते हैं, बस यही बात भाजपा को रास नहीं आई। विपक्ष का आरोप है कि महाराष्ट्र का मजाक बन रहा है, क्योंकि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सरकार की तरफ से मंत्री गिरीश महाजन को जम्मू कश्मीर भेजा था।
गिरीश महाजन को भेजा गया तो किसी और को वहां जाने की जरूरत नहीं थी, लेकिन एकनाथ शिंदे अपनी मर्जी से वहां पहुंच गए। ऐसा करके सरकार के घटक दल आपसी झगड़े और श्रेय की राजनीति में महाराष्ट्र का मजाक बना रहे हैं। क्या एकनाथ शिंदे समानांतर सरकार चला रहे हैं? बचाव अभियान के श्रेय को लेकर गठबंधन के भीतर कथित तनाव चल रहा है।
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चंद्रशेखर बावनकुले ने किया रिएक्ट
तनाव के बारे में पूछे जाने पर भाजपा के महाराष्ट्र अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने किसी भी तरह का मतभेद होने से इंकार करते हुए कहा कि सरकार में कोई मतभेद नहीं है। उप-मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का श्रीनगर दौरा पूरी तरह से महाराष्ट्र के नागरिकों की सहायता के लिए था, जैसा कि मंत्री गिरीश महाजन का था, क्योंकि वे आपदा प्रबंधन में अपनी भूमिका निभा रहे थे।
हमने VIP की आवाजाही को कम करने के लिए अतिरिक्त अधिकारियों को भेजने से परहेज किया। हमारा एकमात्र लक्ष्य 3000 से अधिक पर्यटकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करना है।