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मुंबई की एयर इंडिया कॉलोनी के निवासी क्यों कर रहे प्रदर्शन? क्यों तोड़ी जा रही हैं इमारतें?

Why Residents of Air India Colony Mumbai Protesting: मुंबई में स्थित एयर इंडिया कॉलोनी में तोड़-फोड़ का वहां के निवासियों ने जोरदार विरोध किया है। इस मामले में अगली सुनवाई 13 फरवरी को होनी है।

Edited By : Gaurav Pandey | Updated: Jan 24, 2024 22:38
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Protest During Demolition of Air India Colony Demolition
तोड़-फोड़ के दौरान प्रदर्शन करते निवासी

Why Residents of Air India Colony Mumbai Protesting : मुंबई के सांताक्रूज के कोलिवेरी गांव में एयर इंडिया कॉलोनी स्थित है। मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (एमआईएएल) यहां स्थित 20 निर्जन और जीर्ण-शीर्ण ढांचों को तोड़ने का काम शुरू कर चुकी है। इसे लेकर यहां के निवासी विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं।

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टाटा संस ने साल 2022 में एयर इंडिया का अधिग्रहण किया था। इसके करीब एक महीने बाद मार्च 2022 में एमआईएएल ने एयरलाइंस को एक नोटिस जारी किया था। इसमें उनसे उन जमीनों को खाली करने के लिए कहा गया था जो उनके ऑपरेशंस के लिए अनिवार्य नहीं हैं। बता दें कि इसमें 4 स्टाफ कॉलोनी भी शामिल थीं जिनमें लगभग 1600 परिवार रहा करते थे।

निवासियों ने किया डिमॉलिशन का विरोध

लेकिन तोड़फोड़ के इस कदम का कॉलोनी के निवासियों ने विरोध किया है। डिमॉलिशन के लिए आई टीम के साथ उनकी बहस भी हुई। उन्होंने डिमॉलिशन का काम रोकने की कोशिश भी की। हालांकि, एमआईएएल के प्रवक्ता का कहना है कि यह काम कानून के अनुसार किया गया था। यह कदम एयरपोर्ट की जमीन को पुनर्विकसित करने की योजना का हिस्सा है।

सुप्रीम कोर्ट में 13 फरवरी को होगी सुनवाई 

नागरिकों ने जब सुप्रीम कोर्ट का आदेश दिखाया जिसमें 13 फरवरी को सुनवाई तक कोई एक्शन लेने से मना किया गया है, तब डिमॉलिशन का काम रुका। इसे लेकर ऑल इंडिया केबिन क्रू एसोसिएशन के पूर्व महासचिव संजय लजार ने कहा कि यह हमारे जैसे लोगों के लिए दिल तोड़ने वाला लम्हा है जो 50 साल पहले एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइंस की कॉलोनियों में गए थे।

केस में कॉलोनी निवासियों की क्या दलील

निवासियों का कहना है कि रिटायरमेंट होने तक हम अपने घर नहीं छोड़ेंगे। हम यहां से और कहां जाएंगे? उनका कहना है कि प्राइवेटाइजेशन एयर इंडिया का हुआ था। एयर इंडिया एयरपोर्ट सर्विसेज और एयर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेज लिमिटेड का निजीकरण नहीं हुआ था। यहां रहने वाले 80 प्रतिशत लोग इन्हीं दो कंपनियों के हैं। ऐसे में हम अपने घर क्यों खाली करें।

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Edited By

Gaurav Pandey

First published on: Jan 24, 2024 10:25 PM

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