अजयारविंद नामदेव, शहडोल: एक ओर जहां भारत में गाय को राष्ट्रीय पशु बनाने की मांगें उठ रही हैं तो वहीं दूसरी ओर SECL प्रबंधन की लापरवाही सामने आई है। पूरा मामला मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के SECL परिक्षेत्र का बताया जा रहा है। यहां 10 से अधिक गायों की तड़प-तड़प के मौत हो गई। वहीं भारी संख्या में मवेशियों की मौत से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।
वहीं इस असमय मवेशियों की मौत से नाराज गौ रक्षक व बजरंग दल ने विरोध करते हुए एसईसीएल के मुख्य गेट बंद करा दिया, जिससे कोयला उत्पादन प्रभावित हुआ है। इसके अलावा स्थानीय लोगों के बीच रोष है। सूचना मिलते ही घटना स्थल पर पुलिस पहुंची और संघटन के लोगों को काबू करने की कोशिश की।
दरअसल, धनपुरी थाना क्षेत्र में संचालित SECL अमलाई ओसीएम कांटा घर के पास स्थित झाड़ियों में अचानक 8 से अधिक मवेशियों की मौत से हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि मरने वाले मवेशियों में दुधारू गाय व बैल शामिल हैं।
लोगों का आरोप है कि एसईसीएल की लापरवाही के चलते उनके परिक्षेत्र में मवेशियों ने विचरण के दौरान कुछ जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया, जिससे उनकी तड़प-तड़प कर मौत हो गई। मामले की जानकारी लगते ही कामधेनु गौ सेवक व बजरंग दल के पदाधिकारी व सदस्य पहुंच कर इस मामले का जमकर विरोध किया।
फिलहाल, एसईसीएल के मुख्य गेट को बंद करा दिया गया, जिससे कोयला उत्पादन प्रभावित हुआ है। वहीं इस मामले में जिम्मेदारों के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर लोग अड़े हुए हैं।