शामलीः उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के शामली (Shamli) जिले में कुदरत का एक हैरतंगेज मामला देखने को मिला है। यहां के एक गांव में बच्चे का जन्म हुआ। हैरानी की बात यह है कि बच्चे के तीन पैर हैं और तीनों पैर सामान्य हैं। तीन पैर वाले बच्चे के जन्म लेने की बात सुनकर आसपास के लोग उसे देखने के लिए आ रहे हैं। वहीं पूरे क्षेत्र में यह बच्चा चर्चाओं का विषय बन गया है। बच्चे का घर पर ही सामान्य प्रसव से जन्म हुआ है।
20 अगस्त को महिला को हुई थी प्रसव पीड़ा
यह घटना शामली जिले की है। यहां के चौसाना क्षेत्र के गांव गढ़ी भरतपुरी में 20 अगस्त को एक महिला को प्रसव पीड़ा हुई। गांव और परिवार की महिलाओं ने उसका सामान्य प्रसव कराया, लेकिन बच्चे के जन्म लेते ही महिलाएं हैरान रह गईं। उन्होंने परिवार के पुरुषों को बताया कि बच्चे के तीन पैर हैं। लोगों ने जब अंदर जाकर देखा तो बच्चे के तीन पैर थे। धीरे-धीरे यह चर्चा पूरे गांव और फिर पूरे जिले में फैल गई। गांव वालों ने इसे दैवीय चमत्कार बताया।
डॉक्टरों ने बच्चे को सामान्य बताया, तीन पैर भी पूरी तरह सक्रिय
वहीं परिवार के लोग बच्चे को लेकर शहर के एक डॉक्टर के पास लेकर गए। डॉक्टर ने सभी प्रकार की जांचों के बाद बताया कि बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है। डॉक्टर का कहना है कि बच्चे के तीनों पैर सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। डॉक्टरों ने बच्चे का अल्टासाउंड भी किया, जिसमें वह पूरी तरह से ठीक पाया गया है। किसी भी पैर में कोई दिक्कत नहीं है। गांव समेत आसपास के पूरे इलाके में तीन पैर वाले बच्चे को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं। तीन पैर का बच्चा सभी के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
मध्यप्रदेश में जन्मा था दो सिर और तीन हाथ वाला बच्चा
आपको बता दें कि यह कोई पहली अजीबोगरीब घटना नहीं हैं। इसी साल अप्रैल में मध्यप्रदेश के रतलान जिले में भी दो सिर और तीन पैर वाला बच्चा पैदा हुआ था। एक महिला को प्रसव पीड़ा होने पर इंदौर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां डॉक्टरों की टीम ने कड़ी मेहनत के बाद प्रसव कराया। डॉक्टरों का कहना है कि मेडिकल भाषा में यह एक टर्म होता है, जिसमें शिशु के अतिरिक्त अंग विकसित हो जाते हैं। कई बार तो लोग ऐसी घटनाओं को ईश्वर का चमत्कार बताते हैं। उनकी पूजा करने लगते हैं।