रायपुर। ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रूद्रकुमार के निर्देशन एवं चंदन कश्यप अध्यक्ष छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के कुशल मार्गदर्शन में शिल्पकला के माध्यम से लोगों को रोजगार से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। मंत्री गुरु रूद्र कुमार ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से हस्तशिल्प कला को बढ़ावा देने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए है। जिसके परिपालन में बस्तर जिले के हस्तशिल्प कला का संरक्षण एवं संवर्धन के तहत शीशल शिल्प के 03 प्रशिक्षण एवं गोदना शिल्प का 01 प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित की जा रही है। जिसमें 80 हितग्राहियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
प्रशिक्षित कर सीधे रोजगार से जोड़ने का प्रयास
छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के महाप्रबंधक एस. एल. धुर्वे ने बताया कि 3 माह तक चलने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम में हितग्राहियों को शीशल शिल्प में प्रशिक्षित कर सीधे रोजगार से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड द्वारा राज्य शासन द्वारा स्वीकृत योजनाओं के तहत जगदलपुर में गोदना शिल्प व शीशल शिल्प और ग्राम परचनपाल के 20-20 हितग्राहियों को शीशल शिल्पकला का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
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प्रशिक्षितों को दी जा रही छात्रवृत्ति
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान प्रत्येक हितग्राही को प्रतिमाह 1500 रूपए छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है। छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड द्वारा प्रत्येक हितग्राही को कच्चा माल निःशुल्क उपलब्ध कराया जाता है। इसी तरह राज्य शासन की महत्वपूर्ण योजना महात्मा गांधी औद्योगिक पार्क के तहत ग्राम तुरेनार जनपद पंचायत जगदलपुर जिला बस्तर में हस्तशिल्प की भूमिका सुनिश्चित की गई है। जिसमें कुल 40 हितग्राहियों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।