Wild Animal Bear Tragic Death: मध्य प्रदेश के बालाघाट के बिजोरा गांव के आस-पास बस बनी लौगुर वन रेंज में वन कर्मियों को एक भालू का शव मिला है, जिसकी मौत बम धमाके में हुई। वन कर्मियों को शव के पास बम के टुकड़े मिले। भालू का मुंह बुरी तरह जला हुआ था। इससे वन कर्मियों ने अंदाजा लगाया कि भालू खाने की तलाश में भटक रहा था। इस चक्कर में कच्चा बम मुंह में डाल लिया और वह फट गया।
वन कर्मियों ने घटना की सूचना वन अधिकारी क्षत्रपाल सिंह जादौन, DFO अधर गुप्ता, SDO विनीता फुलबेले को दी। वे मौके पर पहुंचे भालू के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। पोस्टमार्टम और विसरा जांच के लिए भिजवाने के बाद भालू का अंतिम संस्कार कर दिया गया। बैहर और परसवाड़ा से आए डॉक्टरों की टीम ने भालू का पोस्टमार्टम किया। विसरा जांच के लिए जबलपुर और सागर की लैब में भेजा गया।
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जंगली सुअरों को भगाने के लिए ग्रामीण रखते बम
वन अधिकारी क्षत्रपाल सिंह जादौन ने बताया कि बम मकई के आटे में लपेट कर जंगल में रखा गया था। ग्रामीण जंगली सुअरों को भगाने या मारने के लिए कच्चे बम बनाकर जगह-जगह पर रख देते हैं। ऐसा ही एक कच्चा बम खाने की तलाश में भटक रहे भालू ने उस बम का खाना समझकर मुंह में ले लिया। मुंह में दबाते ही बम फट गया और भालू की मौत हो गई। घटना के लिए जिम्मेदारी ग्रामीणों की तलाश की जा रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, बिजोरा गांव के लोग जंगली सुअरों से परेशान रहते हैं, क्योंकि वे उनकी फसलों को खराब कर देते हैं।इसलिए उन्हें मारने या भगाने के लिए वे कई तरीके अपनाते हैं। इन्हीं मे से एक तरीका है, प्रेशर बम। इसके फटने से या तो सुअर डरकर भाग जाते हैं या फिर मर जाते हैं। अकसर पुलिस को जंगली सुअरों के शव मिलते हैं, लेकिन इस बार प्रेशर बम का शिकार जंगली भालू बन गया।
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