जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश में दहशत फैला दी है। इस आतंकी हमले में अब तक 27 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। इसके अलावा, कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। पहलगाम आतंकी हमले में मरने वालों में मध्य प्रदेश के इंदौर के LIC (भारतीय जीवन बीमा निगम) अफसर सुशील नथानिया भी शामिल हैं। वहीं, सुशील की बेटी आकांक्षा को पैर में गोली लगी है। सुशील कुमार नथानिया 4 दिन पहले ही अपने परिवार के साथ जम्मू-कश्मीर घूमने गए थे।
कौन हैं LIC अफसर सुशील नथानिया
पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वाले सुशील नथानिया इंदौर के LIC अफसर थे और अलीराजपुर की एलआईसी शाखा में पोस्टेड थे। सुशील नथानिया की लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, वह इंदौर के LIC ऑफिस में एडमिन थे। LIC में सुशील नथानिया की भूमिका और जिम्मेदारियों के बारे में अभी कोई खास जानकारी नहीं है।
सुशील नथानिया की पत्नी जेनिफर खातीपुरा के सरकारी स्कूल में टीचर हैं। वहीं, उनकी बेटी आकांक्षा सूरत में बैंक ऑफ बड़ौदा में नौकरी करती है।
सुशील की बेटी को भी लगी गोली
सुशील नथानिया 4 दिन पहले ही अपने 21 साल के बेटे आस्टन, 30 साल की बेटी आकांक्षा और पत्नी जेनिफर के साथ जम्मू-कश्मीर घूमने गए थे। इस हमले में सुशील की बेटी आकांक्षा को भी गोली लगी है। आकांक्षा के पैर में गोली लगने की खबर है। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, बेटा और पत्नी ठीक हैं।
इंदौर ब्रेकिंग…
आतंकी हमले में इंदौर के एलआईसी अफसर सुशील नथानिया की हुई मौत…
अलीराजपुर की एलआईसी शाखा में पदस्थ थे सुशील नथानिया…
हमले में सुशील की बेटी आकांक्षा भी हुई है घायल…
बेटे ऑस्टिन, बेटी आकांक्षा और पत्नी जेनिफर के साथ गए थे कश्मीर घूमने… pic.twitter.com/4kh9jYELqc
— Pooja Mishra (@PoojaMishr73204) April 23, 2025
‘उन्हें कलमा पढ़ने को कहा’
सुशील नथानिया की भाभी जैम्मा ने News 24 को बताया कि रात 9:30 बजे सुशील की पत्नी का फोन आया था। उसने बताया कि उन्हें घुटनों के बल बिठा दिया गया था और कलमा पढ़ने के लिए कहा गया। जब उन्होंने कलमा नहीं पढ़ा, तो उन लोगों ने उन्हें गोली मार दी। सुशील का परिवार खुशियां मनाने गया था, लेकिन खुशियां मातम में बदल गईं।
यह भी पढ़ें: Punjab: नाबालिग लड़कियों की किडनैपिंग; मारपीट कर किया रेप, फिर करवाई मजदूरी
‘उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी’
पहलगाम में टूरिस्टों पर हुए आतंकी हमले पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि कश्मीर में जिस प्रकार से घटना घटी है, मैं उसकी कठोर शब्दों में निंदा करता हूं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस पूरे मामले पर गंभीरता से नजर रखे हुए हैं। इस घड़ी में हमें सब्र से काम लेना है, लेकिन दुश्मनों को छोड़ा नहीं जाएगा। निश्चित रूप से उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।