shivraj Singh Chouhan Band Players Viral Video: पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर चर्चा में हैं। उन्होंने सोमवार को सीहोर में कहा कि बैंड बाजे और ढोल पर कोई प्रतिबंध नहीं है। पूर्व सीएम का यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इतना ही नहीं सीएम ने कहा कि कोई बजाने से रोकेगा तो मैं देख लूंगा।
बता दें कि सीएम मोहन यादव की भाजपा सरकार ने एमपी में लाउडस्पीकर को लेकर नए नियम लागू किए है। आदेशों के अनुरूप ही प्रशासन ब्याह-शादियों में बैंड-बाजे बजाने पर रोक भी लगा रहा है। ऐसे में जब पूर्व सीएम सीहोर के दौरे पर थे तब कुछ बैंड बाजा संचालकों ने पूर्व सीएम को इससे जुड़ा एक ज्ञापन सौंपा। इस पर उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि आप बैंड ताशे बजाओ, कोई रोकेगा तो मैं देख लूंगा।
MP CM मोहन यादव ने ध्वनि तेज आवाज में लाउडस्पीकर और अन्य संसाधान बजाने पर प्रतिबंध लगाया है
लेकिन मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कह रहे है कि आप ढोल-ताशे बजाओ, कोई रोकेगा तो मैं देख लूंगा।
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— Dr Nimo Yadav Commentary (@niiravmodi) January 8, 2024
लगातार दे रहे हैं बयान
एमपी के पूर्व सीएम इससे पहले भी कई बार ऐसे ही बयान दे चुके हैं। इससे पहले उन्होंने भोपाल के बाल सुधार गृह से 26 लड़कियों के लापता मामले में भी ट्वीट किया था। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि था कि मामले की गंभीरता और संवेदनशीलता को देखते हुए मैं सरकार से तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं। इससे पहले वे लाड़ली बहनों से मिलने अपने विधानसभा क्षेत्र बुधनी गए थे। वहां भी उन्होंने कहा था कि कभी राजतिलक होते-होते वनवास हो जाता है।
पूर्व सीएम शिवराज इन दिनों लगातार अपने बयानों को लेकर सुर्खियां बटोर रहे हैं। यहां पढ़ें उनके बयान-
3 जनवरी- अपने विधानसभा क्षेत्र बुधनी के दौरे पर उन्होंने कहा था कि कभी-कभी राजतिलक होते-होते वनवास हो जाता है। उनके इस बयान के सियासी गलियारों में अलग-अलग मतलब निकाले गए थे।
7 दिसंबर- एक आभार जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि मामा और भैया से बड़ा कोई पद नहीं होता है। इस पद के आगे तो इंद्र का सिंहासन भी बेकार है।
13 दिसंबर- सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद अपने घर पर प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि मैं कभी भी पद की याचना नहीं करूंगा। अपने लिए कुछ मांगू इससे बेहतर होगा कि मैं मर जाऊं।
14 दिसंबर- सीएम शिवराज ने शपथ ग्रहण समारोह के दौरान मीडिया से बातचीत में महात्मा कबीर के एक दोहे का जिक्र किया था। उन्होंने कहा कि हे प्रभु मैंने जिंदगी की चदरिया वैसी लौटा दीं जैसी म ुझे मिली थी।