वैसे तो आज तक आपने सच्चे प्यार के कई किस्से सुने होंगे। इन किस्सों में दो प्यार करने वाले हर मुसीबत को पार करके अपनी मंजिल तक पहुंचते हैं। ऐसा एक किस्सा मध्य प्रदेश के राजगढ़ से सामने आया है। यहां एक अनोखी शादी हुई जिसकी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर काफी चर्चा हो रही है। दरअसल, शादी से पहले अचानक दुल्हन की तबीयत खराब हो गई। इसकी वजह से उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया। बस फिर क्या था, दूल्हा बैंड-बाजे के साथ बारात लेकर अस्पताल पहुंच गया। दूल्हे ने अस्पताल में ही शादी की सारी रस्में निभाई और दुल्हन को गोद में उठाकर 7 फेरे लिए।
मध्य प्रदेश के राजगढ़ में अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त पर एक अनोखी शादी हुई। यहां दूल्हा बैंड-बाजे के साथ बारात लेकर अस्पताल पहुंच गया और दुल्हन को गोद में उठाकर शादी के 7 फेरे लिए। pic.twitter.com/UQ1R2jZUpz
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बारात लेकर अस्पताल पहुंचा दूल्हा
ये अनोखी शादी ब्यावरा के पंजाबी नर्सिंग होम में हुई है। जानकारी के अनुसार ब्यावरा के परामसिटी के रहने वाले आदित्य की शादी कुंभराज की रहने वाली नंदनी से तय हुई थी। शादी तय होने के बाद से आदित्य और नंदनी की बातचीत शुरू हो गई। इस दौरान दोनों के बीच प्यार शुरू हो गया। आदित्य और नंदनी जल्द से जल्द शादी करना चाहते थे। लेकिन शादी से 5 दिन पहले ही नंदनी बीमार हो गई। इसकी वजह से दुल्हन को 24 अप्रैल को ब्यावरा के पंजाबी नर्सिंग होम में भर्ती करवाना पड़ा। इसके बाद आदित्य ने फैसला किया कि वह अस्पताल में ही नंदनी के साथ शादी करेगा। क्योंकि अगर उस दिन शादी नहीं होती तो दो साल तक कोई मुहूर्त नहीं था।
गोद में उठाकर लिए 7 फेरे
इसके बाद दूल्हा आदित्य बैंड-बाजे के साथ बारात लेकर अस्पताल पहुंचा। वहां पर वैदिक मंत्रों के साथ शादी की सभी रस्में पूरी की गईं। दूल्हे ने दुल्हन को गोद में उठाकर शादी के 7 फेरे लिए।
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अक्षय तृतीया पर हुई शादी
डॉक्टर जेके पंजाबी ने बताया कि नंदनी की तबीयत ज्यादा खराब होने के कारण उन्हें आराम करने की सलाह दी गई थी। जब परिवार वालों ने अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त में ही शादी करने की बात की, तो डॉक्टर ने कहा कि दुल्हन ज्यादा देर तक बैठ नहीं सकती। इसके बाद परिवार वालों ने डॉक्टर से सलाह करके अस्पताल में ही शादी करने का फैसला किया।