MP Politics: मध्य प्रदेश में साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव में इस बार बीजेपी-कांग्रेस के अलावा तीसरे दल भी चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर ने पिछले साल ही ही अपनी पार्टी को राष्ट्रीय स्तर का बनाने का ऐलान किया था। जिसके बाद से ही वह पार्टी के विस्तार में जुट गए हैं। केसीआर ने मध्य प्रदेश में भी विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
आनंद राय BRS में शामिल
मध्य प्रदेश में व्यापमं घोटाले को उजागर करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता आनंद रॉय ने केसीआर के सामने भारत राष्ट्र समिति (BRS) की सदस्यता ले ली। खुद केसीआर ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई है। बता दें कि आनंद रॉय को मध्य प्रदेश में एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में पहचाना जाता है। जो आरटीआई कार्यकर्ता हैं। आदिवासी वर्ग के बीच उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है। ऐसे में आगामी विधानसभा चुनाव में उनका रोल भी अहम हो सकता है।
BRS को समर्थन देगा जयस
दरअसल, मध्य प्रदेश में जयस का एक धड़ा आनंद राय के नेतृ्त्व में है। जिसने आगामी चुनाव में केसीआर की पार्टी BRS के साथ चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। जयस का मध्य प्रदेश की आदिवासी बहुल्य सीटों पर अच्छी पकड़ है। आनंद राय के साथ जयस नेता लाल सिंह बर्मन, पंचम भील, अश्विन दुबे, गाजीराम बडोले, कैलाश राणा समेत कई नेता बीआरएस में शामिल हुए।
बता दें कि पिछले दिनों भी केसीआर ने रीवा से पूर्व सांसद बुद्धसेन पटेल को भी अपनी पार्टी में शामिल कराया था। उनके साथ विंध्य अंचल के कई और नेताओं ने भी पार्टी की सदस्यता ली थी। ऐसे में केसीआर इस बार एमपी पर पूरा फोकस कर रहे हैं।
कौन हैं आनंद राय
आनंद राय व्यापमं घोटाले का भंडाफोड़ करने वाले व्हिसलब्लोअर के रूप में जाने जाते हैं। आनंद राय पर सरकार के खिलाफ भ्रामक जानकारी फैलाने का भी आरोप है। एक भारतीय सैनिक को लेकर ट्विटर पर विवादित पोस्ट करने का आरोप भी है। साथ ही सरकारी सेवा में रहते हुए उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज होने की सूचना भी विभाग को नहीं दी थी जिसके कारण नौकरी से 27 मार्च को किए गए थे बर्खास्त। आनंद राय जयस के साथ कई गतिविधियों में शामिल थे।