MP Politics: मध्य प्रदेश में साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी प्रत्याशियों के चयन के लिए बड़ी प्लानिंग पर काम कर रही है। इसके लिए पार्टी चार राज्यों के विधायकों को जिम्मेदारी सौंपने वाली है। जहां हर एक सीट पर एक सर्वे कराया जाएगा, यह सर्वे ही विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण में अहम भूमिका निभाएगा। इस पूरे काम की जिम्मेदारी प्रदेश में बीजेपी के चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव को सौंपी गई है।
इन राज्यों के विधायक डालेंगे डेरा
दरअसल, एमपी में चुनाव से पहले बीजेपी ने चार राज्यों के विधायकों को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। गुजरात, यूपी, महाराष्ट्र और बिहार बीजेपी विधायक आने वाले कुछ दिनों के लिए मध्य प्रदेश में डेरा डालेंगे। ये विधायक प्रदेश के सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में जाएंगे, जहां से सर्वे कर जमीनी रिपोर्ट आलाकमान क सौंपी जाएगी। खास बात यह है कि इस काम में उन विधायकों को शामिल किया गया है, जो पार्टी और चुनाव मैनेजमेंट के काम में महारत हासिल रखते हैं। जिसकी लिस्ट तैयार हो गई है।
शाह के निर्देश पर हो रहा काम
खास बात यह है कि इन विधायकों को भी बीजेपी पहले भोपाल में 19 अगस्त को विशेष ट्रेनिंग देगी। जिसके बाद ये सभी विधायक 20 से 26 अगस्त तक विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे। जहां सर्वे पूरा होने के बाद यह पहली रिपोर्ट प्रदेश के चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव को सौंपेंगे। बताया जा रहा है कि यह पूरा काम केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के निर्देश पर किया जा रहा है। जिसमें हार-जीत की संभावना को तलाशने के साथ-साथ सही प्रत्याशी का चयन करना भी है।
विधायकों के साथ मंत्रियों की सीटों का भी सर्वे
मध्य प्रदेश में फिलहाल बीजेपी के 127 विधायक हैं, जिनमें से 30 शिवराज सरकार में मंत्री है। माना जा रहा है कि कुछ मंत्रियों की स्थिति भी इस बार ठीक नहीं है। ऐसे में दूसरे राज्यों के यह विधायक न केवल पार्टी के सीटिंग विधायकों बल्कि मंत्रियों के क्षेत्रों का भी फीडबैक लेंगे। इसके अलावा किस क्षेत्र में क्या स्थिति हैं, इसकी भी रिपोर्ट तय होगी। इन सभी विधायकों को अंचल के हिसाब से जिम्मेदारी दी जाएगी।
हारने वाली सीटों पर भी बनेगी रणनीति
खास बात यह है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मजबूत लग रही सीटों पर भी हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में पार्टी पिछले चुनाव में जिन सीटों पर हारी थी, उन सीटों पर पार्टी अलग से रणनीति बनाएगी। ऐसे में इन सीटों पर विधायकों की जिम्मेदारी सबसे अहम होगी। यहां इस तरह का सर्वे करना होगा, जिससे पार्टी इस बार चुनाव जीतन में सफल हो सके। इसके अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बीजेपी में शामिल हुए विधायकों की सीटों पर भी विशेष सर्वे होगा।
इन विधायकों को सौंपी जाएगी जिम्मेदारी
बीजेपी यूपी, गुजरात, महाराष्ट्र और बिहार के उन विधायकों को जिम्मेदारी देने वाली है, जो अपने क्षेत्रों में सक्रिए माने जाते और पार्टी में संगठन का अच्छा अनुभव रखते हैं। जैसे बिहार से पवन कुमार जायसवाल, विनोद नारायण झा, विजय कुमार खेमका। इसी तरह उत्तर प्रदेश से अभिजीत सिंह सांगा, कृष्णा पासवान, आकाश सक्सेना, गुजरात से अमूल भाई पटेल, विपुल पटेल, केतनभाई ईमानदार, महाराष्ट्र से नितेश राणे, प्रशांत ठाकुर, संजय केलकर जैसे विधायकों को एमपी में उतारा जाएगा।
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