MP News: मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय हर मामलों में बयान देने के मामले में मुखर माने जाते हैं। इस बार वह फिर विवादित बयान की वजह से चर्चा में हैं। हालांकि वह ऐसा बयान देना नहीं चाहते थे। गलती से उन्होंने ऐसा बयान दिया। सहयोगी के बताने पर मंत्री ने बाद बयान सही भी किया। शनिवार को एक प्रेस वार्ता में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भाजपा के अनुशासन की बात कर रहे थे। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा ‘कार्यकर्ता कल तक वीडी शर्मा जिंदाबाद, बोल रहे थे। अब हेमंत खंडेलवाल मुर्दाबाद बोल रहे हैं। ये डिसिप्लिन हमने कहीं नहीं देखा।’
बाद में डिलीट करने को कहा
प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल को मुर्दाबाद कहने पर साइड में बैठे विधायक मधु वर्मा ने तुरंत कैलाश विजयवर्गीय को टोका। इसके बाद कैलाश विजयवर्गीय ने गलती सुधारी, इस बीच मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने हंसते हुए पत्रकारों को धमकाते हुए कहा- “इसको डिलीट कर देना, नहीं तो मैं ठीक कर दूंगा।”
किस आयोजन में दिया बयान
दरअसल, प्रदेश के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल 7 जुलाई को इंदौर आने वाले हैं। इसके लिए शनिवार को भाजपा ने प्रेस वार्ता का आयोजन किया था। इस दौरान भाजपा नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा, कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, मंत्री तुलसी सिलावट, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष जीतू जिराती, प्रदेश महामंत्री कविता पाटीदार,सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक रमेश मेंदोला, विधायक गोलू शुक्ला, विधायक मालिनी गौड, विधायक महेंद्र हार्डीया, विधायक मधु वर्मा शामिल रहे।
क्या था पूरा बयान?
कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए नेताओं का जिक्र करते हुए मंत्री विजयवर्गीय ने कहा कि “बीजेपी से कुछ कांग्रेस के पुराने कार्यकर्ता जुड़े हैं। सब कार्यक्रम खत्म होने के बाद हम सब बैठे थे। तभी उन्होंने कहा कि हम तो कभी कांग्रेस में सोच भी नहीं सकते कि कोई पर्ची आएगी, खुल जाएगी, कोई जिंदाबाद-मुर्दाबाद नहीं होगा। कार्यकर्ता कल तक वीडी शर्मा जिंदाबाद, बोल रहे थे। अब हेमंत खंडेलवाल मुर्दाबाद बोल रहे हैं।