MP News: मध्य प्रदेश के कूनों नेशनल पार्क में नामाबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीतों को बसाया गया है। इस प्रोजेक्ट के बाद अब प्रदेश में एक नए प्रोजेक्ट की तैयारियां शुरू हो गई हैं। बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश में अब चीतों के बाद जेब्रा और जिराफ को भी बसाया जाएगा।
5 जेब्रा और 3 जिराफ आएंगे
दरअसल, मध्य प्रदेश में चीता प्रोजेक्ट का काम पूरा हो चुका है। ऐसे में अब प्रदेश में चीतों के बाद जिराफ और जेब्रा को बसाने की तैयारियां शुरू होगी। यूरोप और मध्य पूर्वी देशों से जिराफ और जेब्रा लाए जाएंगे। जिन्हें चीतों की तर्ज पर ही मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बसाने की तैयारी है।
वन विभाग की डायरेक्टर प्रिया बालकृष्णन ने इस प्रोजेक्ट को लेकर बताया कि जेब्रा और जिराफ को लाने के लिए तीन महीने में पूरी तैयारियां हो जाएगी। क्योंकि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में जिराफ और जेब्रा के लिए वातावरण अनुकूल है। जैसे ही इसके लिए हमें अनुमति मिलती है। उसके बाद सिर्फ तीन महीने का समय चाहिए। जिसके बाद जिराफ और जेब्रा को लाया जाएगा। इसके लिए सरकार से डेढ़ करोड़ रुपए की डिमांड की गई है।
भोपाल में वातावरण अनुकूल
वन विभाग की तरफ से बताया गया है कि मध्य प्रदेश में चीतों के लिए वातावरण राजधानी भोपाल में अनुकूल है। क्योंकि वन विहार में बबूल की प्रजातियों की पत्तियां, फल और फूल मौजूद है। इसलिए इसकी तैयारियां की जा रही हैं। भोपाल वन विहार नेशनल पार्क ने इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। अगर जिराफ और जेब्रा आते हैं तो चीतों के बाद यह दूसरी अंतर महाद्वपीय परियोजना होगी।
खास बात यह है कि इस वक्त देश के 11 चिड़ियाघरों में जिराफ की संख्या 30 हो चुकी है। लेकिन कोई चिड़ियाघर भोपाल वन विभाग प्रबंधन को अपने जिराफ देने तैयार नहीं हुआ, ऐसे में अब चीतों को विदेश से लाने की तैयारियां की जा रही है।