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मध्य प्रदेश

‘देश की रीढ़ की हड्डी की तरह होता है इंफ्रास्ट्रक्चर का काम’, वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में बोले CM मोहन यादव

Madhya Pradesh CM Mohan Yadav: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव निर्माण उद्योग विकास परिषद द्वारा आयोजित वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए। यहां उन्होंने है कि इंफ्रास्ट्रक्चर का काम देश की रीढ़ की हड्डी की तरह होता है।

Author Edited By : Pooja Mishra Updated: Sep 5, 2024 18:24
Madhya Pradesh CM Mohan Yadav (62)

Madhya Pradesh CM Mohan Yadav: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गुरुवार को उज्जैन से भोपाल में निर्माण उद्योग विकास परिषद द्वारा आयोजित वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया। इस दौरान अपने संबोधन में सीएम मोहन यादव ने ‘अधोसंरचना निर्माण में नवाचारों का समावेश’ के विषय पर अधिकारियों से काफी लंबी चर्चा की। उन्होंने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर के सेक्टर में इंक्लूसिव डेवलपमेंट से देश के विकास को नई ऊचांई मिलेगी।

‘देश के रीढ़ की हड्डी’

वर्चुअली कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में देश आर्थिक का विकास पूरे रफ्तार के साथ दौड़ रही है। इंफ्रास्ट्रक्चर का काम देश के रीढ़ की हड्डी की तरह होता है। जिस पर आर्थिक और इंक्लूसिव डेवलपमेंट की नीतियां आकार लेती है। टेक्नोलॉजी की ताकत को पहचानने, इसका सही तरीके से इस्तेमाल कर समाज हित के लिए काम किया जा सकता है। ताकि इसका लाभ आज की पीढ़ी के साथ आने वाली पीढ़ी भी उठा सके। सीएम मोहन यादव ने आगे कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर के सेक्टर में इंक्लूसिव डेवलपमेंट के लिए बुनियादी ढांचे, पर्यावरण, स्वास्थ्य और इनोवेशन जैसी संभावनाओं पर काम विचार विमर्श किया जाना चाहिए।

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नई टेक्नोलॉजी का युग

उन्होंने आगे कहा कि नई टेक्नोलॉजी के युग में एक प्लेटफार्म पर लगातार विचार-विमर्श से ही इंक्लूसिव डेवलपमेंट के नए रास्ते और दरवाजे खुलेंगे। प्रदेश के निर्माण की बेहतरी के लिए हर संभावना को तलाशा जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने लचीले बुनियादी ढांचे के निर्माण पर जोर देते हुए कहा कि मौसम आधारित निर्माण पर समग्र रूप से विचार करने की जरूरत हैं। ताकि इंफ्रास्ट्रक्चर का प्राकृतिक आपदाओं और जलवायु परिवर्तन के संकट से निपटने में निपूर्ण हो। इसके अलावा नई विधाएं अपनाकर निर्माण की स्पीड को भी बढ़ाना होगा। निर्माण के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं।

First published on: Sep 05, 2024 04:38 PM

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