करन मिश्रा, ग्वालियर: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतार दिया है। वैसे तो, प्रदेश के ग्वालियर जिले की 6 विधानसभा सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है लेकिन, शहर की दो सीटों पर आम आदमी और बसपा के प्रत्याशियों ने बीजेपी और कांग्रेस के लिए मुसीबतें खड़ी कर दी हैं।
121 वोट से हारे थे भाजपा प्रत्याशी कुशवाह
ग्वालियर दक्षिण विधानसभा सीट पर कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक और बीजेपी के नारायण सिंह कुशवाह के बीच मुकाबला है। लेकिन, इस सीट पर आम आदमी पार्टी ने पंकज गुप्ता को मैदान में उतार दिया है, जिसके चलते बीजेपी की परेशानियां बढ़ गई हैं। बता दें कि ग्वालियर में महापौर चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 50 हजार वोट हासिल किए थे, लिहाजा ग्वालियर दक्षिण विधानसभा सीट पर इस बार आम आदमी पार्टी वोट हासिल कर नुकसान पहुंचाएगी। साल 2018 में इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी नारायण सिंह कुशवाह महज 121 वोट से हार गए थे।
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बसपा ने कांग्रेस की बढ़ाई परेशानी
वहीं, ग्वालियर पूर्व विधानसभा सीट पर कांग्रेस के लिए बसपा बड़ी परेशानी बन गई है। ग्वालियर पूर्व विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार और बीजेपी की माया सिंह के बीच सीधा मुकाबला है, लेकिन इस सीट पर चार बार के पूर्व पार्षद पति बसपा के प्रहलाद सिंह ने कांग्रेस की परेशानियां बढ़ा दी हैं। इस सीट पर बसपा के प्रहलाद टेलर के चलते कांग्रेस को दलित वोटर का नुकसान होने की बड़ी आशंका बन गई है। क्योंकि, यहां 2020 में कांग्रेस महज 8555 वोट से जीती थी।
छोटे दल चुनाव परिणाम को करेंगे प्रभावित
ग्वालियर जिले के चंबल अंचल की 34 में से कम से कम 20 सीट ऐसी हैं, जहां बीएसपी आम आदमी पार्टी सहित अन्य छोटे दल चुनाव परिणाम को प्रभावित करेंगे, इनमें ग्वालियर दक्षिण और ग्वालियर पूर्व सीट के नतीजे आम आदमी और बीएसपी के प्रत्याशियों की मौजूदगी से प्रभावित होंगे। यही वजह है कि जिले की इन दोनों सीट जिन पर कांग्रेस के विधायक काबिज है, उस पर विशेष रणनीति तैयार करने में जुट गई है।