BJP Plan for Lok Sabha Elections in MP: 2024 यानी इसी साल लोकसभा चुनाव आने को हैं। इस चुनाव में अब ज्यादा समय नहीं बचा है। ऐसे में भाजपा चुनावी प्लान को लेकर काफी जोरों-शोरों से जुटी हुई है। लोकसभा चुनाव 2024 में पार्टी फिर विधानसभा का फार्मूला चलाएगी। आपको बता दें कि मध्य प्रदेश की अनुसूचित जनजाति आबादी के लिए भारतीय जनता पार्टी स्पेशल प्लान लेकर आई है। भाजपा ने पहले से ही देश के हर एक मतदाता तक पहुंचने के लिए अलग-अलग स्तरों पर अपने आउटरीच कार्यक्रम शुरू किए हैं। जानिए क्या है पार्टी का ये स्पेशल प्लान?
21.10 फीसदी अनुसूचित जनजाति आबादी को लेकर बीजेपी का स्पेशल प्लान
इसमें एमपी में 400 से ज्यादा सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे जिनमे आदिवासियों और वनों में रहने वाली जातियों पर फोकस है। इसमें बीजेपी के राष्ट्रीय नेता भी शामिल होंगे।
इसका पहला चरण आदिवासी बाहुल्य जगह झाबुआ से होगा। 11 फरवरी को पीएम मोदी अपने चुनावी दौरे पर झाबुआ पहुंचेंगे। इसके अलावा सागर, जबलपुर, मंडला, अलीराजपुर समेत बाकी क्षेत्रों में बड़े स्तर पर सम्मेलनों का प्लान तैयार किया गया है। इसी के साथ-साथ अनुसूचित जनजाति में आने वाले मतदाताओं के लिए केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का खाका भी पेश करेगी। बीजेपी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा पदाधिकारी भी हर घर जाएंगे।
यह सम्मलेन सिर्फ प्रोपेगेंडा- कांग्रेस
अब 156.16 लाख की आबादी के लिए बीजेपी के इस प्लान को देखते हुए कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा है। आपको बता दें कि इसपर कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा कि भाजपा आत्मनिर्भर के दावे के साथ-साथ भारत संकल्प यात्रा निकाल रही है। वह पिछड़ों को विकास की मुख्यधारा में जोड़ने का दावा भी करती है। फिर इन सम्मेलनों का क्या औचित्य है? उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन सिर्फ एक प्रोपेगेंडा है क्योंकि बीजेपी को अपने ईवीएम मैनेजमेंट पर भरोसा है।
संत रविदास स्व-रोजगार योजना अंतर्गत 34 करोड़ से अधिक एवं डॉ. भीमराव अंबेडकर आर्थिक कल्याण योजना के अंतर्गत 3 करोड़ से अधिक स्व-रोजगार ऋण सहायता वितरित की गई है@GovernorMP मंगुभाई पटेल,#JansamparkMP pic.twitter.com/k0eqYWbzTz
— Scheduled Caste Welfare Department, MP (@scstwelfaremp) February 7, 2024
पिछड़ों के हक की बात सुन कांग्रेस को दर्द होता है- बीजेपी
इन आरोपों के जवाब में भाजपा से प्रदेश प्रवक्ता दुर्गेश केसवानी ने पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी ने पिछड़ों को मुख्यधारा में जोड़ने का काम किया है और कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। कांग्रेस और बीजेपी के शासनकाल की तुलना करके ही विधानसभा चुनाव में मतदाताओं ने कांग्रेस को घर भेज दिया। बीजेपी सकारात्मक राजनीति में विश्वास रखती है। पिछड़ों के हक की बात सुन कांग्रेस को हमेशा से दर्द होता रहा है।