मध्य प्रदेश में नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान हो गया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मोहन यादव को सीएम बनाकर सभी चौंका दिया है। केंद्रीय पर्यवेक्षक की अगुवाई में विधायक दल की बैठक हुई और सभी ने सर्वसम्मति से मोहन यादव को विधायक दल का नेता चुन लिया। आखिर कैसे मोहन यादव नेतृत्व की पहली पसंद बने? इसे लेकर पर्यवेक्षक के तौर भोपाल गए भाजपा के वरिष्ठ नेता और पार्टी संसदीय बोर्ड के सदस्य के. लक्ष्मण ने न्यूज 24 से विशेष बातचीत में कहा कि यह सिर्फ भाजपा में ही संभव है, कांग्रेस में नहीं।
बीजेपी नेता के. लक्ष्मण ने कहा कि मोहन यादव हमारी पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता हैं। वे विधार्थी परिषद और संघ से जुड़े रहे और तीन बार विधायक चुनकर आए। उन्होंने शिवराज सिंह चौहान की सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रहते हुए अच्छा काम किया। शिवराज सिंह ने खुद सीएम पद के लिए मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव रखा था और पूरे प्रदेश के नेतृत्व ने समर्थन किया। ऐसा सिर्फ भारतीय जनता पार्टी (BJP) में ही हो सकता है। मोहन यादव के परिवार का कोई सदस्य पहले राजनीति में नहीं था। कांग्रेस में यह संभव नहीं है, क्योंकि वहां परिवारवाद है और परिवार के सदस्यों को ही महत्व मिलता है।
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बीजेपी में समाज सेवा में जुटे कार्यकर्ताओं को मिलता है महत्व
के. लक्ष्मण ने कहा कि झारखंड में जो हो रहा है, उसे आप देख रहे हैं। कांग्रेस में धीरज साहू जैसे करोड़पति को दो बार लोकसभा चुनाव हारने के बाद भी राज्यसभा सदस्य बना दिया जाता है। भाजपा में समाज सेवा में जुटे कार्यकर्ताओं को ही महत्व दिया जाता है। हमारी पार्टी में छोटे कार्यकर्ता को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाती है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विकास को आगे ले जाने और योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने वाले कार्यकर्ताओं को ही मौका मिलता है।
कांग्रेस का पर्दाफाश हो गया है : भाजपा नेता
उन्होंने कहा कि यह पूरे देश में संदेश जाएगा कि भाजपा में ही संभव है कि समाज सेवा से जुड़े हुए कार्यकर्ताओं को महत्व मिलता है। मोदी जी बार-बार कहते हैं कि परिवारवादरहित और भ्रष्टाचाररहित सिर्फ बीजेपी की सरकार है। कांग्रेस का तो पर्दाफाश हो गया है। उनके लोगों के पास करोड़ों रुपये हैं, उस पार्टी में सिर्फ ऐसे लोगों को महत्व दिया जाता है। पिछली कांग्रेस सरकार में जो लोग वंचित थे, उन्हें भी सरकार और संगठन में बड़ा दायित्व देने का काम हो रहा है।