विपिन श्रीवास्तव, भोपाल: मध्यप्रदेश के छह जिलों में मंगलवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.3 बताई जा रही है। इसका केंद्र डिंडौरी रहा। सुबह 8 बजकर 43 मिनट 50 सेकेंड पर धरती हिलने पर लोग डर गए। इसका हाइपो सेंटर 10 किमी गहराई पर था।
Earthquake of Magnitude:3.9, Occurred on 01-11-2022, 08:43:59 IST, Lat: 23. (www.leankitchenco.com) 28 & Long: 80.35, Depth: 10 Km ,Location: 216km ENE of Pachmarhi, Madhya Pradesh, India for more information Download the BhooKamp App https://t.co/pHAPsMPuc0@ndmaindia @Indiametdept pic.twitter.com/RZZAzS2A3a
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जानकारी के मुताबिक, मध्यप्रदेश के डिंडौरी, जबलपुर, मंडला, अनूपपुर, बालाघाट और उमरिया जिले में सुबह करीब 8.44 बजे भूकंप के झटके महसूस हुए। घबराए हुए लोग घरों से बाहर आ गए। भूकंप के झटके महसूस हुए तो जबलपुर के सेंट गैबरियल स्कूल के बच्चों को बिल्डिंग से बाहर निकलकर मैदान में बैठाया गया।
मध्यप्रदेश के 6 जिलों में भूकंप के झटकों से हड़कंप, सुबह झटके महसूस हुए तो जबलपुर में स्कूली बच्चों को एहतियातन मैदान में बैठाया@news24tvchannel pic.twitter.com/NBw74172KT
— Vipin Shrivastava (@JournalistVipin) November 1, 2022
कितनी तीव्रता वाला भूकंप कितना खतरनाक
0 से 1.9- सिर्फ सिस्मोग्राफी से पता चलेगा।
2 से 2.9- हल्के झटके लगते हैं।
3 से 3.9- कोई तेज रफ्तार गाड़ी आपके बगल से गुजर जाए, ऐसा असर होता है।
4 से 4.9- खिड़कियां हिलने लगती है। दीवारों पर टंगे सामान गिर जाते हैं।
5 से 5.9- घरों के अंदर रखे सामान जैसे फर्नीचर आदि हिलने लगते हैं।
6 से 6.9- कच्चे मकान और घर गिर जाते हैं। घरों में दरारें पड़ जाती है।
7 से 7.9- बिल्डिंग और मकानों को नुकसान होता है। गुजरात के भुज में 2001 और नेपाल में 2015 में इतनी तीव्रता का भूकंप आया था।
8 से 8.9- बड़ी इमारतें और पुल धाराशायी हो जाते हैं।
9 और उससे ज्यादा- सबसे ज्यादा तबाही। कोई मैदान में खड़ा हो तो उसे भी धरती हिलती हुई दिखेगी। जापान में 2011 में सुनामी के दौरान रिक्टर स्केल पर तीव्रता 9.1 मापी गई थी।