MP News: ग्वालियर में हर साल आयोजित होने वाले कुलैथ के जगन्नाथ मेले का शुभारंभ हो गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने वर्चुअली मेले का शुभारंभ किया। इस दौरान सीएम शिवराज ने ग्वालियर को एक बड़ी सौगात भी दी है। ग्वालियर में 38 करोड़ रुपए की लागत से सीएम राइज स्कूल का निर्माण किया जाएगा।
विकास में धन की कमी नहीं होगी
सीएम शिवराज ने कहा कि ‘प्रदेश सरकार भौतिक प्रगति के साथ-साथ समर्पित भाव से आध्यात्मिक उन्नति के लिये भी काम कर रही है। विकास के महायज्ञ में धन की कमी नहीं आने दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने भगवान जगन्नाथ को नमन करते हुए कहा कि उड़ीसा राज्य के पुरी की तरह कुलैथ में भी भगवान जगन्नाथ प्रवास करते हैं। पुरी की रथ यात्रा के बाद भक्तिभाव से भरी कुलैथ की रथ यात्रा शुरू होती है। प्रदेश सरकार ने इस साल मेले को भव्यता देने के लिये 15 लाख की धनराशि दी है। कामना यही है कि भगवान जगन्नाथ की कृपा कुलैथ क्षेत्र सहित सम्पूर्ण प्रदेश पर बनी रहे।’
हर घर तक पहुंचेगा पानी
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘क्षेत्र में समूह पेयजल योजना के जरिये 69 करोड़ की लागत से हर घर नल से जल पहुँचाने का अभियान चल रहा है। पुरानी छावनी में नई तहसील की स्वीकृति दी गई है, जिससे 90 गांवों को लाभ मिलेगा। सीता का पुरा में साख नदी पर बड़ा स्टाप डेम स्वीकृत हुआ है, जिसका काम पूरा होने को है। विकास के किसी भी काम में धन की कमी पहले भी नहीं होने दी और अब भी नहीं होने देंगे। एक तरफ विकास के काम दूसरी तरफ लाड़ली बहना योजना जैसी अनेक योजनाएं हैं।’
‘किसानों के खातों में 6 हजार 500 करोड़ रूपए अभी डाले गए हैं। किसान सम्मान निधि भी अब बढ़कर अब 12 हजार हो गई है, जिसमें 6 हजार प्रधानमंत्री जी की ओर से और 6 हजार राज्य सरकार की ओर से दिए जा रहे हैं। भगवान जगन्नाथ की कृपा बनी रहेगी तो हम भौतिक प्रगति भी करेंगे और आध्यात्मिक उन्नति भी करेंगे। प्रदेश में तेजी से विकास के लिए इन दोनों का तालमेल हो रहा है।’
ग्वालियर में बनेगा सीएम राइज स्कूल
इसके अलावा सीएम शिवराज ने ग्वालियर में सीएम राइज स्कूल की आधारशिला भी रखी। सीएम ने कहा कि आज 38 करोड़ की लागत के सीएम राईज स्कूल की आधारशिला रखी गई है। सीएम राईज स्कूल, लाइब्रेरी, स्मार्ट क्लासरूम और खेल मैदान सहित अत्याधुनिक शैक्षणिक सुविधाओं से सुसज्जित होगा। 18 गांव के बच्चों को इसमें पढ़ने की सुविधा मिलेगी। बच्चों को लेने के लिये बस गांव-गांव पहुंचेगी।’