MP News: ग्वालियर में आज शिवराज सरकार का मेगा शो हुआ। जिसमें मुख्यमंत्री ने ग्वालियर के लिए कई बड़े ऐलान किए हैं। सीएम शिवराज ने लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर का स्मारक भी ग्वालियर में बनाने का ऐलान किया है। सीएम ने कहा कि हम सब लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के वंशज हैं। उनके लोक-कल्याण के लिए किये गये कार्यों को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
बनेगा भव्य स्मारक
सीएम शिवराज ने कहा कि ‘ग्वालियर में मां अहिल्याबाई होल्कर का भव्य स्मारक बनाया जायेगा। बेहटा में बन रहे बस स्टेण्ड का नाम अहिल्याबाई होल्कर के नाम पर रखा जायेगा। साथ ही बघेल और धनगर समाज के कल्याण के लिये प्रदेश में एक बोर्ड गठित किया जायेगा, जिसके अध्यक्ष को केबिनेट मंत्री का दर्जा होगा। लोकमाता अहिल्याबाई के जन्म-दिवस पर ऐच्छिक अवकाश रहेगा।’
समाज के कल्याण के लिए कसर नहीं छोड़ूंगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘मैं लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के चरणों की सौगंध खाकर कहता हूं कि समाज के कल्याण के लिये कोई कोर-कसर नहीं छोडूंगा। उन्होंने कहा कि पिछड़ी जातियों के हितार्थ कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन से निरंतर कार्य किया जाता रहेगा। बहनों के सशक्तिकरण और उनकी जिंदगी बदलने के लिये मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का लाभ लाड़ली बहनों को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पढ़ाई के लिये मेधावी छात्रवृत्ति के साथ पाल, बघेल, धनगर समाज के छात्र-छात्राओं को मेडिकल एवं इंजीनियरिंग की शिक्षा के लिये भी सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
‘हिंदी भाषा में मेडिकल और इंजीनियरिंग की शिक्षा शुरू होने से गरीब समाज के विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवी अहिल्याबाई के सुशासन के कार्यों को देश-दुनिया में याद किया जाता है। जिन्हें हमें सझों कर रखना है।’
पाल-बघेल समाज का त्याग नहीं भूल सकता देशः सिंधिया
केंद्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि ‘पाल एवं बघेल समाज के त्याग को देश की 140 करोड़ जनता कभी भूल नहीं पायेगी। उन्होंने अहिल्याबाई होल्कर के जन हित कल्याण के कार्य एवं सेवाओं का उल्लेख कर कहा कि उन्होंने पूरे विश्व को मानव-कल्याण का संदेश दिया। माता अहिल्याबाई ने रणभूमि में नेतृत्व करते हुए अत्याचारियों के विरूद्ध लड़ाई लड़ी। उन्होंने देश में आर्थिक प्रगति और आध्या और शक्ति को विकसित करने का काम किया। देश के विभिन्न स्थानों पर मंदिर और धर्मशालाओं का भी निर्माण कराया जो अद्भुत है।’
सिंधिया ने कहा कि ‘पाल, बघेल एवं धनगर समाज से उनका करीबी रिश्ता है। इस समाज से उनके पारिवारिक संबंध रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजमाता विजयाराजे सिंधिया एवं कैलाशवासी माधवराव सिंधिया ने भी पाल, बघेल समाज के आध्यात्मिक उत्थान के लिए कार्य किए।’