Kids Death Coldrif Cough Syrup: अपने जिगर के टुकड़ों को खो देना कोई साधारण बात नहीं होती है. यह दर्द कोई भी मां-बाप अपनी जिंदगी में झेलना नहीं चाहता है लेकिन छिंदवाड़ा के कई परिवारों को इस दुख का सामना करना पड़ा. इनमें एक परिवार ने अपने 3 साल के बेटे को खो दिया. बता दें कि उसके पिता ने बच्चे के इलाज के लिए ऑटो तक बेच दिया था. अन्य परिवार ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि उनके बच्चे को सिर्फ हल्का बुखार था जिसके लिए उसे दवा दी थी. मगर दवा खाते ही उसे उल्टियां शुरू हो गई थी.
ऑटो बेचा फिर भी नहीं बच पाया बेटा
छिंदवाड़ा के उसैद ने भी कफ सिरप से अपनी जान गंवाई है. उसैद महज 3 साल 11 महीने का था. उसके पिता एक ऑटोचालक थे जिनके पास बेटे के डायलिसिस करवाने के लिए पैसे नहीं थे. इसलिए, उन्हें अपना ऑटो बेचना पड़ा था. मगर फिर भी वे अपने बेटे को बचा नहीं पाए. उसैद का जन्मदिन 4 दिन बाद यानी 10 अक्टूबर को ही था.
‘मां मुझे बचा लो घर ले चलो’
5 साल के अदनान ने अपनी मां से आखिरी बार यही शब्द कहे थे. उसके पिता अमीन परासिया ब्लॉक में ग्राहक सेवा केंद्र चलाते हैं. आर्थिक रूप से कमजोर होने के चलते अमीन (पिता) ने बेटे के इलाज के लिए कर्ज लिया था. इस पैसे से वे अपने बेटे को इलाज के लिए नागपुर ले जा रहे थे लेकिन फिर भी वह उसे बचा नहीं पाएं. अब अदनान का परिवार ओरिपों पर बुलडोजर कार्रवाई की मांग कर रहे है.
डॉक्टर ने लगाया इंजेक्शन, बच्चे को शुरू हो गई उल्टियां
छिंदवाड़ा के एक और परिवार ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा उनके बच्चे को हल्का-फुल्का बुखार था. इसके बाद वह बच्चे को डॉक्टर के पास ले गए जहां उसने बच्चे को इंजेक्शन लगाया और कुछ दवाएं भी दी थी. माता-पिता ने घर आने के बाद बच्चे को दवा खिलाई जिसके बाद तुरंत ही बच्चे ने उल्टियां करना शुरू कर दिया था. यह घटना 18 सितंबर की है. नागपुर भेजने के बाद भी बच्चे की जान नहीं बच सकी.
जमीन गिरवी रख करवाया इलाज
कोल्ड्रिप सिरप पीने से बैतूल में भी 3 साल के बच्चे को अपनी जान गंवा दी है. इस बच्चे की मौत 8 सितंबर को हुई थी. बच्चे को खांसी और बुखार था. आरोपी डॉक्टर प्रवीन ने उसका इलाज किया था. बच्चे की तबीयत बिगड़ने के बाद उसे 3 अलग-अलग अस्पतालों में रेफर किया गया था. बच्चे के पिता ने बताया कि उन्होंने इलाज के लिए अपनी जमीन को गिरवी रखा था. मेरा बच्चा परिवार में अकेला था. इस सदमे से पूरा परिवार शोक में हैं.
बता दें कि मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में जहरीली कफ सिरप पीने से अब तक 16 बच्चों की मौत हो चुकी हैं. इस दवा का नाम कोल्ड्रिफ कफ सिरप है. हालांकि, मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री ने इस दवा को बैन कर दिया है. दवा कंपनी पर भी प्रतिबंध लगाया गया है.
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