Bajrang Dal Ban Issue: विपिन श्रीवास्तव। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का जिक्र किया है। जिसके बाद से ही देशभर में सियासत गर्मा गई है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव प्रचार में बीजेपी के नेता लगातार इस मुद्दे को उठा रहे हैं तो एमपी में भी नेताओं के सियासी घमासान छिड़ गया है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी बजरंग दल को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है।
बजरंग दल राष्ट्रवादी संगठन
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ‘कांग्रेस बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात कहते हैं, वह बजरंग दल जो प्रखर राष्ट्रवादी संगठन है। वह बजरंग दल जो आतंकवाद का विरोध करता है, लव जिहाद का विरोध करता है। सामाजिक सेवा सहित देश भक्ति के भाव, अपनी धर्म और संस्कृति के प्रति स्वाभिमान और जागरण का भाव पैदा करता है उसकी तुलना पीएफआई से, आतंकवादी संगठन से।’
कांग्रेस ने रामसेतु को काल्पनिक कहा था
सीएम शिवराज ने कहा कि ‘जाको प्रभु दारुण दुख देही, ताकी मति पहले हर लेही। कांग्रेस की मति मारी गई है। ये वही कांग्रेस है जो भगवान राम के मंदिर निर्माण का विरोध करती थी। ये वही कांग्रेस है जिन्होंने रामसेतु को काल्पनिक कहा था। ये वही कांग्रेस है जो मौका मिलते ही हिंदुत्व का विरोध करती है। आज उसका चेहरा पूरी तरह से बेनकाब हो गया है।’
कांग्रेस इसका जवाब दें
कौन भूलेगा मध्य प्रदेश में सिमी के नेटवर्क को खाद पानी कौन देता था? सर्जिकल स्ट्राइक का विरोध करने वाले आतंकवादियों को महिमामंडित करने वाले अब बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात कर रहे हैं। कमलनाथ जी बड़े हनुमानजी के भक्त बनते हैं। प्रतिबंध बजरंग दल पर लगाने की बात कांग्रेस कर रही है। कमलनाथ भी इसका जवाब दें।