अनमोल मिश्रा/सतना
बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर मध्य प्रदेश सरकार ने एक मानवीय पहल करते हुए प्रदेश की विभिन्न जेलों से 13 कैदियों को रिहा किया है। यह रिहाई 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती के अवसर पर की गई, जिसे सुधार और पुनर्वास की दिशा में एक सराहनीय कदम माना जा रहा है।
रिहाई पाए कैदियों में छतरपुर के 6, सतना के 2, पन्ना के 2, तथा मैहर, छिंदवाड़ा और आगर मालवा से एक-एक कैदी शामिल हैं। ये सभी बंदी लंबे समय से अपनी सजा काट रहे थे और उनके अच्छे आचरण के आधार पर उनकी रिहाई की अनुशंसा की गई थी। रिहाई से पूर्व सभी आवश्यक कानूनी औपचारिकताएं पूरी की गईं। साथ ही, इन कैदियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए परामर्श और सहायता भी प्रदान की गई।
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खास बात यह रही कि रिहा हुए कैदियों में से तीन ऐसे थे, जो जेल से “लखपति” बनकर निकले। इन बंदियों ने जेल में रहते हुए अपने हुनर, मेहनत और बचत के जरिए एक लाख रुपये से अधिक की राशि जुटाई। उनकी यह उपलब्धि अन्य कैदियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन रही है।
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यह पहला मौका नहीं है जब इस तरह कैदियों को रिहा किया गया हो। इससे पहले 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर सतना केंद्रीय जेल से भी कई कैदियों को रिहा किया गया था। उस समय सरकार और जेल मुख्यालय के आदेश के बाद आजीवन कारावास की सजा काट रहे 13 बंदियों को रिहाई मिली थी।