विपिन श्रीवास्तव, विदिशा: मध्यप्रदेश के विदिशा जिले के लटेरी के जंगल में मंगलवार रात रायपुरा के रहने वाले कुछ लोग जंगल से लकड़ी काट कर लौट रहे थे। इस दौरान वन विभाग की टीम और लकड़ी काटने वालों के बीच मुठभेड़ हुई और वन विभाग की टीम ने उनपर फायरिंग कर दी। इस गोलीबारी में एक युवक की मौत हो गई। मृतक की पहचान चैन सिंह भील के रूप में हुई है, वहीं बाकी 3 व्यक्ति गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं, जिन्हें विदिशा के अटल बिहारी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
क्या है पूरा मामला
वन विभाग के अधिकारी राजवीर सिंह के मुताबिक 9 तारीख की शाम को परिक्षेत्र अधिकारी दक्षिण लटेरी को किसी मुखबिर से सूचना मिली थी कि खटियापुरा गांव में कुछ लोग लकड़ी काट रहे हैं और उसे मोटर साइकिल से ले जा रहे हैं। इसके बाद विभाग की टीम उन्हें पकड़ने और रोकने के लिए गई तो लकड़ी चोरों ने मोटरसाइकिल बीच में डालकर पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान आत्मरक्षा में वन विभाग की टीम ने गोली चलाई और मौके पर मौजूद एक ग्रामीण को लग गई जिसके चलते उसकी घटना स्थल पर ही मौत हो गई। वहीं 3 अन्य घायल हुए हैं जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानबूझकर चलाई गोली
मृतक चैन सिंह के साथी घायल भगवान सिंह का कहना है कि वो जंगल की लकड़ी लेकर आ रहे थे। 9 तारीख को रात में फारेस्ट वाले मिले और उन्होंने उनके ऊपर डायरेक्ट बंदूक चलाईं। इस दौरान उनके भाई को गोली लगी और वह मौके पर ही खत्म हो गया। उन्हें भी गोलियां लगीं। युवक ने आगे बताया कि वह कुल 8 लोग थे जो कजंगल से लकड़ी लेकर आ रहे थे। इस बीच 2 वन विभाग की गाड़ियां आईं जिसमें 20-25 लोग सवार थे। घटना रात 10 बजे की बताई गई।
एक और साथी जो घायल हुए इनका कहना है कि वो जंगल से आ रहे थे लकड़ी लेकर तो खट्टीपुरा में रेंजरों ने फायरिंग कर दी। चैन सिंह खत्म हो गया। 5-6 राउंड फायरिंग किए जिसमें हम 3 लोग घायल हो गए।
गोली चलाने वाले अधिकारी के खिलाफ FIR दर्ज- नरोत्तम मिश्रा
इस मामले में प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि घटना दुखद है। उन्होंने न्यायिक जांच के आदेश देते हुए आरोपी अधिकारी पर एफ आई आर दर्ज कर ली गई है और उसे सस्पेंड करने की कार्रवाई भी चल रही है। मृतक के परिजनों को 20 लाख और घायलों को 5-5 लाख रुपए प्रशासन की ओर से दिए जाएंगे।