खूंटी से विवेक चंद्र की रिपोर्ट: झारखंड के कई जिलों में बड़े पैमाने पर अवैध रूप से अफीम की खेती की जाती है। प्रशासन द्वारा अभियान चलाकर अफीम की फसल को नष्ट भी किया जाता रहा है। खूंटी जिले में भी बड़ी तादाद में अफीम की फसल तैयार की गई है। प्रशासन द्वारा अब तक 400 एकड़ से अधिक अफीम की फसल नष्ट की जा चुकी है।
बुधवार को खूंटी जिले के डीसी और एसपी भी लाठी लेकर अफीम की खेती नष्ट करने के लिए खेतों में उतरे। वे बुधवार को अड़की प्रखंड के तोड़ांग पंचायत अंतर्गत बडानी गांव पहुंचे । इस इलाके में जिले के उपायुक्त शषि रंजन और एसपी अमन कुमार के नेतृत्व में लगभग पांच एकड़ भूमि में लगी अफीम की फसल को नष्ट किया गया।\
ग्रामीण न करें अफ़ीम की खेती
उपायुक्त ने स्थानीय ग्रामीणों को अफीम की खेती से होने वाले दुष्परिणाम के संबंध में जानकारी दी। कहा कि अफीम की खेती और कारोबार करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने ग्रामीणों को अफीम की खेती त्याग कर वैकल्पिक खेती करने का अपील की। किसानों से कहा गया कि ग्राम सभा के माध्यम से उचित योजना का चयन करें और लाभ उठाएं।
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पर्यटन के विकास से जुड़ने की अपील
उन्होंने कहा कि जिले में पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए दस ग्रामीणों की सूची बनाकर उपलब्ध करायें।जिन्हें प्रशिक्षण के लिए रांची भेजा जायेगा। अड़की प्रखंड में भी पर्यटन की संभावनाओं की तलाश जा रही है, इस दौरान उन्होंने जरूरतमंदों के बीच सरसों का बीज और कंबल का वितरण किया।
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