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Monsoon Rain: बारिश से उत्तर भारत बेहाल; छह राज्यों में 15 की मौत, दिल्ली में टूटा 40 साल का रिकॉर्ड

Monsoon Rain: उत्तर पश्चिम भारत के राज्यों में शनिवार से अभी तक बारिश का दौर जारी है। दावा किया जा रहा है कि दिल्ली में 40 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की ओर से अभी और बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। जानकारी के मुताबिक उत्तर भारत के […]

Edited By : Naresh Chaudhary | Updated: Apr 20, 2024 17:28
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Monsoon Rain: उत्तर पश्चिम भारत के राज्यों में शनिवार से अभी तक बारिश का दौर जारी है। दावा किया जा रहा है कि दिल्ली में 40 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की ओर से अभी और बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

जानकारी के मुताबिक उत्तर भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण पहाड़ी राज्यों में भूस्खलन में अभी तक कम से कम 15 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि बड़े स्तर पर संपत्तियों को नुकसान हुआ है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और पंजाब में भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई है।

दिल्ली-एनसीआर

एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली में 10 जुलाई 2003 को 133.4 मिमी बारिश दर्ज की गई, 21 जुलाई 1958 को अब तक की सर्वाधिक 266.2 मिमी बारिश हुई। मौसम विभाग ने दिल्ली के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। उधर मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए सोमवार को स्कूलों की छुट्टी की गई है।

आज यानी रविवार को केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) की ओर कहा गया है कि दिल्ली में यमुना नदी का जल स्तर बढ़ रहा है। मंगलवार को इसके खतरे के निशान (205.33 मीटर) को पार करने की आशंका है। उधर, गुरुग्राम को भी कई इलाकों में जलभराव और ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग ने पहले ही एनसीआर के कई शहरों के लिए येलो अलर्ट जारी कर दिया था।

हिमाचल प्रदेश

पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटों से लगातार बारिश जारी है। बारिश के कारण विभिन्न घटनाओं में कम से कम पांच लोगों की जान चली गई है। इनमें शिमला में तीन, चंबा में एक और कुल्लू में एक शामिल है। राज्य में ब्यास नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की कई इकाइयां कांगड़ा, मंडी और शिमला में तैनात की गई हैं।

हिमाचल प्रदेश के मनाली में बारिश हो रही है, जिससे बड़े पैमाने पर तबाही हुई है। सोशल मीडिया और समाचार एजेंसियों की ओर से जारी एक वीडियो में देखा जा सकता है कि व्यास नदी के तेज बहाव में कार बहती हुई जा रही है। मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के सात जिलों के लिए “रेड” अलर्ट जारी किया है।

जम्मू और कश्मीर

कश्मीर में कई इलाकों में भारी बारिश से कुछ घंटों में झेलम और उसकी सहायक नदियों में जल स्तर तेजी से बढ़ गया। हालांकि अधिकारियों ने जल निकायों के तटबंधों के पास रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और पानी के पास जाने से बचने की सलाह दी है।

अधिकारियों ने कहा कि कुछ इलाकों में नदी का पानी बाढ़-चेतावनी स्तर के करीब बह रहा है। कश्मीर के कई हिस्सों में शनिवार को दूसरे दिन भी भारी से बहुत भारी बारिश जारी रही, जबकि अमरनाथ गुफा मंदिर के पास सहित ऊंचाई वाले कुछ इलाकों में बर्फबारी हुई।

लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण अमरनाथ यात्रा शनिवार को लगातार दूसरे दिन निलंबित कर दी गई, जिससे हजारों तीर्थयात्री जम्मू और गुफा मंदिर के रास्ते में विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं। कई जिलों में प्रशासन ने लोगों को सलाह जारी कर सतर्क रहने और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित करने को कहा है।

पंजाब, हरियाणा

मौसम विभाग की ओर से कहा गया है कि हरियाणा और पंजाब के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई, जिससे दोनों राज्यों में पारा सामान्य सीमा से नीचे गिर गया। मौसम विभाग के अनुसार, दोनों राज्यों की साझा राजधानी चंडीगढ़ में पूरे दिन बारिश हुई और अधिकतम तापमान 26.5 डिग्री सेल्सियस रही।

पंजाब के सीएम भगवंत मान ने सभी कैबिनेट मंत्रियों, विधायकों और अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में रहने और संकट की इस घड़ी में जरूरतमंद लोगों तक पहुंचने के लिए कहा है। रिकॉर्ड के अनुसार, हरियाणा के यमुनानगर में 80 मिमी बारिश हुई। इसके बाद अंबाला (70 मिमी), सिरसा (50 मिमी), करनाल (40 मिमी), कुरूक्षेत्र (30.5 मिमी), महेंद्रगढ़ (24 मिमी) और रोहतक (12 मिमी) में बारिश हुई।

उधर, पंजाब में अमृतसर में 20 मिमी, लुधियाना में 34 मिमी, पटियाला में 10 मिमी, पठानकोट में 46 मिमी, फिरोजपुर में 108 मिमी, गुरदासपुर में 38.5 मिमी और रूपनगर में 39.5 मिमी बारिश हुई। मौसम कार्यालय ने रविवार को दोनों राज्यों में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की भविष्यवाणी की थी।

राजस्थान

राजस्थान के भी कई जिलों में भीषण बारिश हुई, जिससे पिछले 24 घंटों में अलग-अलग घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई। राजस्थान पुलिस ने शनिवार को बताया कि चित्तौड़गढ़ में बिजली गिरने से एक पुरुष और एक महिला की मौत हो गई, जबकि सवाई माधोपुर में दो अलग-अलग घटनाओं में दो पुरुष डूब गए।

शनिवार को सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक मौसम के आंकड़ों के अनुसार, पाली में एरनपुरा रोड पर सबसे अधिक 94 मिमी बारिश दर्ज की गई, इसके बाद जैसलमेर में 79.5 मिमी, अलवर में 73.6 मिमी और जोधपुर के फलोदी में 46.8 मिमी और कई क्षेत्रों में 46 मिमी. से नीचे बारिश हुई।

मौसम विभाग ने रविवार को राजसमंद, जालौर और पाली जिलों में बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झुंझुनू, करौली, कोटा, प्रतापगढ़, सवाई माधोपुर, सीकर, सिरोही, टोंक, उदयपुर, बाड़मेर, जोधपुर और नागौर जिले में भारी बारिश का अनुमान है।

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(richmondartmuseum)

First published on: Jul 09, 2023 07:59 PM

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