Mini Israel: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गाजियाबाद (Ghaziabad) से हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के कसोल (Kasol) घूमने गया एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर (Software Engineer) 15 दिन से लापता है।
परिवार के लोगों ने बताया कि वह न्यू ईयर पार्टी के लिए अपने दो दोस्तों के साथ कसोल गया था। दोस्त वापस आ गए, लेकिन इंजीनियर नहीं लौटा। परिवार वालों ने अब 5 लाख रुपये के ईनाम की घोषणा की है। लेकिन क्या आपको बता है कि कसोल की हकीकत क्या है? कसोल को भारत का मिनी इज्राइल (Mini Israel) भी कहते हैं।
15 दिसंबर को घर से गया था कसोल
जानकारी के मुताबिक गाजियाबाद में रहने वाले अभिनव मिंगवाल (27) एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। फिलहाल वह बैंगलुरु की एक कंपनी के लिए घर से ही काम कर रहे थे। परिवार वालों ने बताया कि अभिनव 15 दिसंबर को अपने कॉलेज के दो दोस्तों के साथ कुल्लू के लिए निकला था। इसके बाद सभी लोग कसोल पहुंचे।
28 दिसंबर को दोस्त वापस आ गए
तीनों अगले 12 दिनों तक कसोल के एक हॉस्टल में रहे। बताया गया है कि 28 दिसंबर की रात दोनों दोस्त लौट आए, लेकिन अभिनव नहीं आया। वह कटगला गांव के एक हॉस्टल में शिफ्ट हो गया। पुलिस और परिवार के लोगों ने लैपटॉप और सूटकेस समेत उसका सामान डॉस्टर से बरामद किया है।
कुल्लू पुलिस ने बनाई एसआईटी, तलाश जारी
परिवार की ओर से की गई शिकायत के बाद हिमाचल की कुल्लू पुलिस ने जांच के लिए डीआईजी (मंडी रेंज) मधुसूदन शर्मा के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। साथ ही मुकदमा दर्ज किया है। अभिनव के पिता दिगंबर सिंह और परिवार के कई सदस्य हिमाचल पुलिस के साथ उसकी तलाश कर रहे हैं।
जानकारी देने वाले को मिलेंगे 5 लाख रुपये
अभिनव के पिता ने अब उनकी जानकारी देने वाले को 5 लाख रुपये के इनाम की भी घोषणा की है। अभिनव के बहनोई सागर बाथला ने बताया कि यात्रा के दौरान अभिनव परिवार के लोगों से वीडियो कॉल पर बात करता था। व्हाट्सएप ग्रुप पर तस्वीरें साझा करता था। बताया है कि अभिनव से परिवार की आखिरी बात 30 दिसंबर की शाम को हुई थी।
यहां जानें कसोल के बारे में
अब बात आती है कि हिमाचल प्रदेश का कसोल आखिर लोगों को इतना पसंद क्यों है। BBC की वर्ष 2015 की एक रिपोर्ट में इसका खुलासा किया गया था। रिपोर्ट में कहा गया था कि कसोल में ज्यादातर इज्रराइली लोग आते हैं। इनकी संख्या इतनी है कि कसोल को मिनी इज्रराइल भी कहा जाता है।
इसलिए कसोल आते हैं इज्रराइली
रिपोर्ट में कहा गया था कि इज्रराइली लोग यहां हिप्पी की तरह रहने और गांजा पीने के लिए आते थे। माना जाता है कि यहां उगने वाला गांजा दुनिया में सबसे ज्यादा खास होता है। इस कारण यहां कई घटनाएं भी देखी गई थीं। कई बार वीजा अवधि खत्म होने के बाद भी विदेशी यहां रह जाते थे। भारतीय एजेंसियां उन्हें पकड़कर डीपोर्ट करती थीं।