Himachal Pradesh Rains: हिमाचल में बारिश और भूस्खलन के चलते अब तक 71 लोगों की मौत हो चुकी है। 10 हजार करोड़ से अधिक की संपत्ति को नुकसान हुआ है। इस बीच हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के एक बयान पर सियासी घमासान मच गया है। सुक्खू ने राज्य में आई आपदा के लिए बिहारियों को जिम्मेदार ठहराया। वहीं, कांग्रेस की तरफ से दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार मदद नहीं कर रही है। इसके बाद भाजपा ने उन पर करारा हमला साधा है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि राजनीति करने के बजाय लोगों की सेवा करनी चाहिए। आपदा पीड़ितों की मदद करनी चाहिए। वहीं, हिमाचल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी कांग्रेस सरकार पर राजनीति करने का आरोप लगाया है।
क्या कहा था सीएम सुक्खू ने?
एक इंटरव्यू में सीएम सुक्खू ने कहा कि हिमाचल में आई आपदा के लिए बिहारी आर्किटेक्ट जिम्मेदार हैं। हालांकि उन्होंने अब ऐसे किसी बयान से इंकार कर दिया है। उन्होंने सफाई देते हुए आपदा के लिए बुनियादी पुर्ननिर्माण को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि बिहारी हमारे भाई हैं। वे यहां मजदूरी के लिए आते हैं। उनकी गलती नहीं है। गलती हमारी अपनी है। नक्शे और इंजीनियरिंग में खामी की वजह से हिमाचल में आपदा की नौबत आई है।
#WATCH | Shimla: Himachal Pradesh CM Sukhvinder Singh Sukhu clarifies on his "Bihari architects" comment to Indian Express, he says, "I did not say anything as such. The people of Bihar were also stuck here. I got them evacuated by helicopters. Around 200 people from Bihar are… pic.twitter.com/bJyuDaVrRX
— ANI (@ANI) August 17, 2023
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सीएम सुक्खू ने दी सफाई
हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के बिहार के आर्किटेक्ट्स पर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बिहार के आर्किटेक्ट्स को इसमें घसीटने और उन्हें अपमानित करने का कोई कारण नहीं है। आइए एक साथ आएं और एक-दूसरे की मदद करें जैसे केंद्र राज्य की मदद करता है। आपदा के समय में आइए साथ मिलकर चलें, टिप्पणी न करें।
20-21 अगस्त को हिमाचल जाऊंगा
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने गुरुवार को कहा कि संकट की घड़ी में कांग्रेस को राजनीति करना बंद कर देना चाहिए और लोगों को राहत प्रदान करने पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह 20-21 अगस्त को हिमाचल का दौरा करेंगे और वहां प्रभावित लोगों से मुलाकात करेंगे। मंत्री ने कहा कि कई लोगों की जान चली गई है और हिमाचल प्रदेश में बुनियादी ढांचे को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ दल, विशेषकर कांग्रेस इस पर राजनीति कर रहे हैं। मैं उनसे अपील करता हूं कि वे राजनीति बंद करें और संकट की इस घड़ी में मिलकर काम करें। केंद्र सरकार हरसंभव मदद कर रही है।
#WATCH | Union Minister Anurag Thakur says, "Many people have lost their lives and infrastructure has been damaged in Himachal Pradesh (due to rainfall, landslides). It is unfortunate that some parties, especially Congress, are doing politics on this. I appeal to them to stop… pic.twitter.com/Npmoru1u6X
— ANI (@ANI) August 17, 2023
जयराम ठाकुर बोले- केंद्र कर रही पूरी मदद
जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार को केंद्र से लगातार मदद मिल रही है, लेकिन बेशर्मी देखिए मुख्यमंत्री समेत सभी कांग्रेस नेता कह रहे कोई मदद नहीं हुई। विपक्ष को बोलने का अधिकार नहीं है क्या? हम जहां भी जा रहे हैं जनता की आवाज को उठा रहे हैं। जनता कह रही है राहत के नाम पर कुछ नहीं मिला। क्या हम उनकी बात को भी न उठाएं। मैं पूछना चाहता हूं केंद्र से अब तक एक हज़ार करोड़ से अधिक की राशि मिल चुकी है, फिर ये पैसा कहां जा रहा है। एक माह पहले जब मैं दिल्ली गया तो दो किश्तों में 364 करोड़ केंद्र से मिला। हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा जी आए और तुरंत दिल्ली से दूसरे दिन 190 करोड़ और भेजा गया।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को लेकर हम आए और उन्होंने 400 करोड़ सीआरएफ के तहत प्रदेश को जारी किया। आज ही केंद्र से 2700 करोड़ की राशि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना-3 के तहत आई। वो कौन दे रहा है। केंद्र ने बचाब और राहत कार्यों के लिए एक माह से चार-चार हेलीकॉप्टर तैनात कर रखें हैं और एनडीआरएफ, सेना और वायु सेना के जवान लोगों की जिंदगियां यहां बचा रहे हैं वो किसने भेजे हैं? कांगड़ा के मड एरिया से 3000 लोग बाढ़ प्रभावित इलाकों से दो दिन में सुरक्षित पहुंचाए ये कौन कर रहा है। क्या कांग्रेस पार्टी ये सब काम काम कर रही है क्या ?
सीएम को बोलने से पहले सोचना चाहिए
विपक्ष सरकार को पूरा सहयोग दे रहा है लेकिन फिर भी बोल रहे हैं कि नेता प्रतिपक्ष और भाजपा राजनीति कर रही है। आपको श्रेय चाहिए तो लीजिए किसने मना किया है लेकिन हमें जनता की आवाज उठाने से सरकार नहीं रोक सकती है। यहां आज मुझे लोगों ने बताया है कि राहत के नाम पर कुछ नहीं हुआ फिर सरकार और प्रशासन आखिर क्या कर रहे हैं। शिमला में कल एक महिला ने कहा हमने बरसात से पहले मांग की थी की एक दो पेड़ कृष्णानगर में खतरनाक बने हुए हैं लेकिन नहीं काटे और आज उन्ही पेड़ों की वजह से कई घर जमींदोज हुए हैं। इसके लिए कौन जिम्मेदार है? इसलिए कांग्रेस पार्टी के नेताओं को बोलने से पहले सोच लेना चाहिए की आखिर बोलना क्या है?
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