Manali Municipal Corporation: मनाली पुलिस ने एक कुत्ते को जहर देने के आरोप में स्थानीय नगरपालिका समिति (MC) के एक सफाई कर्मचारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। कुत्ते को जहर देकर मारने के संबंध में स्थानीय निवासी ने थाना में शिकायत दर्ज कराई थी।
स्थानीय निवासी ने दर्ज कराई गई शिकायत में कहा था कि सफाई कर्मचारी ने मंगलवार को उनके कुत्ते को जहर दे दिया था। शिकायत के बाद पुलिस ने इस मामले में बुधवार को प्राथमिकी दर्ज की गई थी। मनाली के डीएसपी केडी शर्मा ने कहा कि कुत्ते की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए पोस्टमॉर्टम किया गया है।
शिकायत के लिए NGO ने किया था राजी
पुलिस ने कहा कि शिकायतकर्ता एक होटल में केयरटेकर और कुक था। जांच के दौरान, यह पाया गया कि आवारा कुत्तों के लिए काम करने वाले एक एनजीओ ने कथित तौर पर उसे शिकायत दर्ज कराने के लिए राजी किया था। शिकायतकर्ता कथित तौर पर सफाई कर्मचारी का नाम भी नहीं जानता था।
मनाली नगरपालिका समिति के अध्यक्ष चमन कपूर ने कहा कि सफाई कर्मचारी केवल कुत्ते की लाश निकाल रहा था, तभी NGO के पदाधिकारियों ने उसका वीडियो बना लिया। उन्होंने कहा कि उन्हें शिकायत मिली थी कि एक कुत्ता पागल हो गया है, इसलिए उन्होंने तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। जब सफाई कर्मी मौके पर पहुंचे तो कुत्ता मर चुका था।
कपूर ने आरोप लगाया कि असम और बिहार के रहने वाले NGO के पदाधिकारियों ने पिछले साल आवारा कुत्तों की नसबंदी कराने के लिए नगर निकाय से संपर्क किया था। नगर निकाय जमीन उपलब्ध कराने और नसबंदी के लिए आवारा कुत्तों को लाने पर सहमत हो गया था, लेकिन NGO प्रति कुत्ते के लिए 3,000 रुपये मांग रहा था।
कपूर बोले- झूठ बोल रहा NGO
नगरपालिका समिति के अध्यक्ष चमन कपूर ने कहा कि NGO ने मीडिया में गलत बयान दिया था कि 14 मार्च को मनाली के रामबाग इलाके में छह कुत्ते मृत पाए गए थे। पुलिस ने कहा कि इलाके में केवल एक कुत्ता मृत पाया गया।
NGO प्रतिनिधि बोले- सबूत छिपाने की कोशिश हो रही है
एनजीओ प्रतिनिधि अपर्णा सिंह और कमलेश सिंह ने बताया कि हमारे पास मृत कुत्तों के वीडियो हैं और एमसी कार्यकर्ता की अपनी गलती स्वीकार करने की आवाज की रिकॉर्डिंग है। एमसी सबूत छिपाने की हर संभव कोशिश कर रही है।