---विज्ञापन---

हरियाणा

हरियाणा में पांचवी तक के स्कूल बंद, बढ़ते प्रदूषण को लेकर लिया गया फैसला, हाइब्रिड मोड में होगी पढ़ाई

Haryana News: राजधानी दिल्ली सहित एनसीआर के जिलों में पिछले दिनों से लगातार बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए हरियाणा सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. लगातार बढ़ते प्रदूषण के कारण एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का तीसरा चरण लागू किया गया है.

Author Written By: News24 हिंदी Updated: Nov 13, 2025 16:55
Haryana News, NCR News, NCR Pollution, Grape-3, Online Schools, Hybrid Mode, Haryana Schools Closed, AQI, हरियाणा न्यूज, एनसीआर न्यूज, एनसीआर प्रदूषण, ग्रेप-3, ऑनलाइन स्कूल, हाइब्रिड मोड, हरियाणा स्कूल बंद, एक्यूआई
स्कूल बंद

Haryana News: राजधानी दिल्ली सहित एनसीआर के जिलों में पिछले दिनों से लगातार बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए हरियाणा सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. लगातार बढ़ते प्रदूषण के कारण एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का तीसरा चरण लागू किया गया है. जिसके बाद सरकार की ओर से बढ़ते एक्यूआई को लेकर कक्षा 5 तक की कक्षाओं के लिए स्कूल बंद किया गया है. हरियाणा के माध्यमिक शिक्षा निदेशालय द्वारा इस आदेश के पालन के लिए सभी उपायुक्तों को निर्देश दिया गया है.

कक्षा 5 तक की कक्षाएं बंद

दिल्ली सहित एनसीआर क्षेत्र के उपायुक्तों को अपने-अपने जिलों में वायु गुणवत्ता की वास्तविक स्थिति का आकलन करना होगा. कहा गया है कि यदि एक्यूआई स्तर गंभीर श्रेणी में बना रहता है, तो सरकारी और निजी स्कूलों में प्री-प्राइमरी से कक्षा 5 तक की ऑफलाइन कक्षाएं बंद कर दी जाएंगी. इसके स्थान पर स्कूलों को ऑनलाइन या हाइब्रिड मोड में पढ़ाई जारी रखने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा यह भी बताया गया है कि वायु गुणवत्ता का आकलन करते समय शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों को अलग-अलग देखा जाए. कई बार शहरी इलाकों में एक्यूआई की गंभीर स्थिति होती है और ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ बेहतर हो सकती है. इसलिए एक्यूआई की स्थिति को देखते हुए निर्देशों का पालन करना होगा.

---विज्ञापन---

उपायुक्तों को जिलों के सभी ब्लॉकों की करनी होगी रिपोर्ट तैयार

इसके अलावा उपायुक्तों को अपने जिलों के सभी ब्लॉकों से वायु गुणवत्ता डेटा एकत्रित करके एक रिपोर्ट भी तैयार करनी होगी. एनसीआर क्षेत्र में बढ़ते स्मॉग, धूल और जहरीली गैसों का मिश्रण छोटे बच्चों के फेफड़ों और श्वसन तंत्र पर गंभीर प्रभाव डाल रहा है. 10 साल से कम उम्र के बच्चे प्रदूषण के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं. इसलिए स्कूल बंद करना और घर से पढ़ाई कराना एक सुरक्षित विकल्प है. सरकार का मुख्य उद्देश्य बच्चों के स्वास्थ्य की रक्षा करना है.

---विज्ञापन---
First published on: Nov 13, 2025 04:55 PM

संबंधित खबरें

Leave a Reply

You must be logged in to post a comment.