(विशाल अंग्रीश, चंडीगढ़)
हरियाणा के नगर निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड जीत हासिल की। 10 में 9 नगर निगमों में भगवा लहराया और मानेसर में निर्दलीय महिला उम्मीदवार ने बाजी मारी। विधानसभा चुनाव के बाद स्थानीय चुनाव में भी कांग्रेस का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा और पार्टी का सूपड़ा साफ हो गया। आइए जानते हैं कि कांग्रेस की हार के 5 बड़े कारण।
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- हरियाणा नगर निगम और निकाय चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस को करारी शिकस्त दी। इस हार की वजह राज्य में कांग्रेस का संगठन न होना माना जा रहा है। हाईकमान भी अभी तक संगठन बनाने में कामयाब नहीं हो पाया है।
- हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी पूरी तरह से हावी है। एक ही पार्टी के नेता एक-दूसरे के उम्मीदवारों को हराने में जुटे थे। इस निकाय चुनाव में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला।
- हरियाणा निकाय चुनाव में टिकटों के गलत वितरण का भी आरोप लगा है, जिससे कांग्रेसियों में नाराजगी नजर आई और हार का कारण भी बना।
- पिछले एक साल से हरियाणा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति भी एक बड़ी वजह मानी जा रही है। कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व इसी में उलझा हुआ है।
- हरियाणा निकाय चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने अपने प्रत्याशियों के लिए प्रचार तो किया, लेकिन चुनाव प्रचार में वो धार नहीं दिखी, जो कांग्रेस को अपने कार्यकताओं का उत्साह बढ़ाने में दिखाना चाहिए था।
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