Gujarat Crime: गुजरात के 11 लोगों को जुआ खेलने की लत थी। इन लोगों ने पुलिस से बचने के लिए ऐसा जुगाड़ किया, जिसे जानने के बाद आप हैरान रह जाएंगे। कई दिन तक तो पुलिस भी गच्चा खाती रही। लेकिन बाद में आरोपियों के बारे में पता लग गया। सभी आरोपी गहरे दोस्त हैं, जिनको पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। इन लोगों ने पुलिस से बचने के लिए बस को ही कैसीनो बना दिया। सीटों की जगह गद्दे बिछाए और चलती बस में जुआ खेलने लगे। बस के ऊपर पुलिस को शक भी नहीं होता था। गुप्त सूचना के बाद पोरबंदर की स्थानीय अपराध शाखा ने एक बस को रुकवाया। तलाशी लेते समय पुलिस भी दंग रह गई।
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सीटों की जगह बिछे आरामदायक गद्दे कुछ और ही कहानी बयां कर रहे थे। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के कब्जे से 2 लाख रुपये बरामद किए गए हैं। राजकोट के सौराष्ट्र में जन्माष्टमी सप्ताह का उत्साह चरम पर है। यहां इन दिनों जुआ खेलना अपराध नहीं माना जाता। लेकिन तीन पत्ती के दीवाने दूसरी जगहों पर भी जुआ खेलने के लिए क्या-क्या तरीके अपना रहे हैं? यह देखने वाली बात है। पोरबंदर पुलिस बस वाला भेद जानने के बाद अभियान तेज करने की बात कह रही है।
7 दिन घूमने के लिए निकले थे सभी जुआरी
पुलिस ने जितेंद्र डेडानिया, किरीट रचडिया, राहुल वडालिया, मनोज मकवाना, गोविंद भुट, अनिल कलारिया, डायालाल भिमानी, मुकेश गोहेल, भारत राकासिया, अल्पेश वच्छानी और नीलेश कलारिया को अरेस्ट किया है। ये सभी आरोपी धोराजी कस्बे में रहते हैं। आरोपियों ने चार दिन पहले 9 लाख में सेकेंड हैंड बस खरीदी थी। स्थानीय अपराध शाखा (LCB) ने बताया कि बस राजकोट जिले के धोराजी से करीब रात 1.45 बजे रवाना हुई थी। राजकोट-पोरबंदर राजमार्ग पर भोड़ गांव के पास अलसुबह पौने 4 बजे चेकिंग के लिए रोका गया था। ये लोग सौराष्ट्र में घूमने जा रहे थे। सात दिनों के भ्रमण की योजना थी। एलसीबी पुलिस निरीक्षक प्रभारी आरके कंबारिया ने बताया कि वच्छानी बस चला रहा था।
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