ठाकुर भूपेंद्र सिंह की रिपोर्ट
Fake Ayushman Card Fraud: अहमदाबाद क्राइम ब्रांच में एक ऐसे राष्ट्रव्यापी रैकेट का भंडाफोड़ किया है जिसमें 5 मिनट के अंदर प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान कार्ड बना दिया जाता था। इसके लिए 2000 रुपये वसूले जाते थे इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब अहमदाबाद ख्याति हॉस्पिटल में बीते दिनों आयुष्मान भारत के रुपयों के लिए 9 लोगों की एंजियोप्लास्टी कर दी गई थी, जिसमें दो मरीजों की मौत हो गई थी।
अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने जांच के बाद ये सनसनीखेज खुलासा किया है। अहमदाबाद पुलिस के अनुसार ख्याति हॉस्पिटल कांड की जांच में सामने आया है कि जिसके पास PMJAY कार्ड नहीं होता था उसको हॉस्पिटल हाथों-हाथ बनाकर देता था।
ऐसे बनाते थे फर्जी आयुष्मान कार्ड
जांच में पता चला है कि आयुष्मान कार्ड बनाने का एक अलग ही रैकेट चल रहा था, अहमदाबाद पुलिस के अधिकारी शरद सिंघल के अनुसार मेहुल पटेल ख्याति हॉस्पिटल में कार्ड पोर्टल संभालता था। उसने बताया है कि जिस मरीज के पास कार्ड नहीं होता था, उसको चिराग राजपूत और कार्तिक पटेल 1500 रुपये में कार्ड बनाकर भेजते थे। इसके बाद उस कार्ड पर सर्जरी को क्लेम किया जाता था। इस पूरे काम में सबसे अहम भूमिका निमेष की होती थी, क्योंकि चिराग और कार्तिक निमेष के सहयोग से फर्जी कार्ड बनाते थे। निमेष पोर्टल के डाटा में छेड़छाड़ करता था। सिंघल के अनुसार इन आरोपियों ने कुछ मिनटों में कई मरीजों के कार्ड बनाकर दिए।
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पुलिस की मानें तो जो लोग आयुष्मान कार्ड के दायरे में नहीं आते थे। उनका भी कार्ड बनाने का खुलासा हुआ है। ये आधार कार्ड के डेटा के आधार पर यह लोग फर्जी कार्ड बनाते थे। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि अब तक वे करीब 3000 से अधिक कार्ड बना चुके हैं।
कई आरोपी फरार
पुलिस के अनुसार इस मामले का मुख्य आरोपी चिराग राजपूत है, जोकि पहले से ही क्राइम ब्रांच की रिमांड पर है। जबकि अन्य आरोपी अभी फरार है। अभी तक कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस यह मानकर चल रही है कि आयुष्मान का फर्जीवाड़ा राष्ट्रीय स्तर पर है और इसमें और भी गिरफ्तारियां हो सकती है।
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