Home Minister Harsh Sanghvi News: वड़ोदरा के प्रभारी मंत्री, गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने बाढ़ का पानी कम होने के बाद लगातार तीसरी बार वड़ोदरा का दौरा किया है। बाढ़ पीड़ितों की स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी कार्यालय में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें जिलाधिकारी, डीडीओ, विधायक, मेयर, नगर आयुक्त समेत प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।
हर्ष संघवी ने बताया कि उन्होंने अधिकारी के साथ बैठक कर स्वच्छता, स्वास्थ्य, सर्वे, कैश डॉल और सहायता के बारे में जानकारी ली। वडोदरा में 84,970 परिवारों को नकद राशि दी गई है। 40 हजार प्रभावित लोगों को गृहकार्य सहायता दी गई है। सुबह से कृषि सर्वेक्षण का काम शुरू कर दिया गया है। वडोदरा में बड़े पैमाने पर सफाई अभियान चल रहा है, लोगों को धक्के न खाने पड़ें, इसके लिए बीमा कंपनी के साथ बैठक की गई। उन्होंने मानवता और धर्म के आधार पर क्लेम लेने के निर्देश दिए हैं।
सरकारी कंपनियों में 850 और निजी कंपनियों में 600 दावे आए हैं। विश्वामित्री प्रोजेक्ट को लेकर वडोदरा से बीजेपी पदाधिकारियों को कल गांधीनगर बुलाया गया है। बीजेपी के एक पदाधिकारी हमारे सामने प्रेजेंटेशन देंगे। लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है। वडोदरा में बहुत गंभीर स्थिति थी, जिन लोगों में भावना, आस्था और विश्वास है उन पर लोग गुस्सा निकाल सकते हैं। सरकार सर्वे के लिए 100 कर्मचारियों की टीम भेजेगी। सर्वे के बाद कैबिनेट बैठक में फैसला लिया जाएगा कि विशेष पैकेज की घोषणा की जाए या नहीं।
अलग-अलग मुद्दों पर बैठक
बाढ़ का पानी उतरने के बाद हर्ष सांघवी ने लगातार तीसरी बार वडोदरा का दौरा किया है। राज्य के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने जिला कलेक्टर कार्यालय में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में किए जाने वाले नकद दान के मुद्दे पर एक बैठक की। बिजनेस और इंडस्ट्रियल ऑर्गेनाइजेशन के साथ बैठक हुई। इस बैठक में उन्होंने अलग-अलग मुद्दों पर प्रेजेंटेशन दिया। यह भी सुझाव दिया गया कि बाढ़ सर्वेक्षण के दौरान 5 व्यापारी एक साथ रहें। इस बैठक में व्यापारियों द्वारा की गई मांग को स्वीकार कर लिया गया है। इस बैठक में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष भी शामिल हुए। उन्होंने अलग-अलग मुद्दों पर भी चर्चा की।
आने वाले दिनों में महामारी के प्रकोप को रोकने का प्रयास किया जाएगा। वहीं, सावली विधायक केतन इनामदार ने भी इस बैठक में कई मुद्दों पर प्रेजेंटेशन दिया है, जिसमें उन्होंने किसान को हुए नुकसान के बारे में प्रेजेंटेशन दिया। इसके साथ ही कई खेतों में पानी भर जाने के कारण कई फसलों में नुकसान झेलने वाले किसानों को उचित मुआवजा दिलाने की मांग की गई।
ये भी पढ़ें- गुजरात के रेजिडेंट डॉक्टर लाखों की सैलेरी के बावादूज क्यों कर रहे हैं हड़ताल, जानें वजह