विपिन श्रीवास्तव, भोपाल: गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे पर कांग्रेस के सीनियर नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि गुलाम नबी आजाद और मैंने एक साथ राजनीति शुरू की थी। दुख है कि जिस पार्टी ने आजाद को सब कुछ दिया, वे उसी पार्टी से उस वक्त चले गए जब उनकी जरूरत थी।
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दिग्विजय सिंह ने कहा कि अगर गुलाम नबी आजाद जम्मू-कश्मीर से नहीं जीत पाते थे तो पार्टी ने उनको महाराष्ट्र से जिताया। दो-दो बार लोकसभा का सदस्य बनाया। 5 बार यानि 30 साल तक राज्यसभा में रखा, मुख्यमंत्री बनाया मंत्री बनाया, लेकिन आज जो कुछ आजाद साहब ने किया है, उससे मैं बहुत आहत हुआ हूं।
दिग्विजय बोले- आपत्ति थी तो 2014 में विपक्ष के नेता का पद क्यों स्वीकार किया
दिग्विजय सिंह ने कहा कि 2013 में जब राहुल गांधी ने पत्रकारों के सामने एक ऑर्डिनेंस को फाड़ दिया था, अगर आपको (गुलाम नबी आजाद) आपत्ति थी तो उसी वक्त आपको इस्तीफा देना चाहिए था, लेकिन आपने आपत्ति के बावजूद 2014 में राज्यसभा में विपक्ष के नेता का पद स्वीकार किया।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि ये सब बहानेबाजी बंद कीजिए गुलाम नबी जी। सीधी सी बात है, हो सकता है कि उन लोगों से आपके संबंध मजबूत हो गए हो, जिन्होंने कश्मीर से धारा 370 समाप्त की।
सोनिया गांधी ट्रीटमेंट के लिए विदेश में हैं और आपने इस्तीफा दे दिया: दिग्विजय सिंह
गुलाम नबी आजाद के पांच पेज के इस्तीफे पर बात करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि आपने लिखा है कि आज कांग्रेस जोड़ो की आवश्यकता है और उसी पत्र में आप कह रहे हैं कि आज भारत जोड़ो की आवश्यकता नहीं है।
कांग्रेस जोड़ने से ज्यादा आपने जो कांग्रेस तोड़ने का जो कदम उठाया, उसकी आज मैं घोर निंदा करता हूं और उस समय जब सोनिया गांधी और उनके परिवार ने आपको सब कुछ दिया, आज मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए विदेश गई हैं और अब आपने ऐसा कदम उठा लिया, मुझे कतई आपसे ये उम्मीद नहीं थी।
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दिग्विजय सिंह ने कहा- पत्र में आजाद ने जो लिखा, उसकी मैं निंदा करता हूं
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने आपको सब कुछ दिया है। इस संकटकाल में आपको कांग्रेस के साथ दृढ़ता से खड़े होकर साथ देना चाहिए, आपने जो इस्तीफा दिया और जो पत्र लिखा है, उसकी में घोर निंदा करता हूं। मुझे बड़ा दुख है कि आप मेरे भाई समान रहे हैं।
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