कुमार गौरव, नई दिल्ली
New Delhi News: वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर पश्चिम बंगाल में मचे सियासी बवाल की गूंज अब बिहार तक पहुंच गई है। बंगाल में मुस्लिम समुदाय में इस विधेयक को लेकर नाराजगी है, तो वहीं बिहार में इसी मुद्दे ने राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के एनडीए सहयोगियों की ‘सेक्युलर’ छवि पर सवाल उठ रहे हैं।
विपक्ष के निशाने पर नीतीश और चिराग
एनडीए के प्रमुख सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर विपक्ष ने निशाना साधा है। विपक्ष का आरोप है कि ये नेता भाजपा के साथ खड़े होकर अल्पसंख्यकों की अनदेखी कर रहे हैं।
इस पूरे विवाद के बीच भाजपा ने “छवि सुधार अभियान” की शुरुआत की है।
वक्फ बिल पर फैलाई जा रही भ्रांतियां
पार्टी का कहना है कि वक्फ संशोधन बिल के संबंध में फैलाई जा रही भ्रांतियों को दूर करने के लिए मंडल, जिला और प्रदेश स्तर पर अभियान चलाया जाएगा। पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चे और जमीनी कार्यकर्ता खासतौर पर मुस्लिम बहुल इलाकों में जाकर बताएंगे कि यह विधेयक समुदाय के अधिकारों को सीमित करने के लिए नहीं, बल्कि पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए लाया गया है।
सरकार हर वर्ग के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध
भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि विधेयक किसी की धार्मिक आस्था के खिलाफ नहीं है। वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता लाना हमारा मकसद है, लेकिन विपक्ष इसे तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहा है। वहीं जनता दल (यूनाइटेड) के प्रवक्ता राजीव रंजन ने भी कहा कि सरकार हर वर्ग के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है, और वक्फ कानून में संशोधन इसी दिशा में एक कदम है। लेकिन विपक्षी दल भाजपा और एनडीए सहयोगियों पर लगातार हमला कर रहे हैं।
सत्ता के लालच में भाजपा के साथ खड़े
विपक्ष का आरोप है कि सेक्युलर छवि की बात करने वाले नेता अब केवल सत्ता के लालच में भाजपा के साथ खड़े हैं। एक विपक्षी नेता ने तंज कसते हुए कहा कि अगर विधेयक मुस्लिमों के हक में है, तो फिर उनके बीच इतना आक्रोश क्यों है?
माइनॉरिटी मोर्चा चलाएगा अभियान
भाजपा माइनॉरिटी मोर्चा के प्रवक्ता यासिर जिलानी ने बताया कि पार्टी का प्रयास है कि लोगों को विधेयक की असलियत समझ में आए। उन्होंने कहा कि यह कानून सुधार के लिए है, दमन के लिए नहीं। और इसे हम जमीनी स्तर तक ले जाएंगे। बिहार में कई इलाकों में बीजेपी का माइनॉरिटी मोर्चा जन जागरण अभियान चलाएगा।
चुनाव बताएगा लाभ या नुकसान
वहीं, बिहार में जल्द ही चुनाव की घोषणा हो सकती है, ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि वक्फ विधेयक पर मचा यह विवाद भाजपा और उसके सहयोगियों को कितना राजनीतिक लाभ या नुकसान पहुंचाएगा। भाजपा को उम्मीद है कि उसका ‘छवि सुधार अभियान’ लोगों के भ्रम को दूर करेगा, जबकि विपक्ष इसे आगामी चुनावों में हथियार बनाने में जुटा है।