दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कुख्यात अपराधी सोनू पहलवान उर्फ सोनू लंगड़ा को गिरफ्तार कर लिया है। यह अपराधी पिछले आठ वर्षों से फरार था और पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी। 2016 में दर्ज आर्म्स एक्ट के एक मामले में फरार चल रहे सोनू को एंटी-रॉबरी सेक्शन (ARSC) ने 29 मई 2025 को उसके पैतृक गांव किरथल, बागपत (उत्तर प्रदेश) से गिरफ्तार किया।
6 अप्रैल 2016 से ही दिल्ली पुलिस उसके पीछे लगी हुई थी। क्राइम ब्रांच को राहुल उर्फ सनी और विकास उर्फ विक्की के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी। ये दोनों केबल ऑपरेटर देवेंद्र राठी की हत्या में संलिप्त होने के संदिग्ध थे और कथित तौर पर रोहिणी में पीड़ित के भाई को भी निशाना बनाने की योजना बना रहे थे। पुलिस ने दोनों संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया और उनके पास से एक पिस्तौल, एक देसी कट्टा और 10 जिंदा कारतूस सहित अवैध हथियार बरामद किए।
गोपनीय जानकारी, एक घंटे की छानबीन के बाद हुआ गिरफ्तार
पूछताछ के दौरान राहुल और विकास ने खुलासा किया कि ये अवैध हथियार उन्हें सोनू ने मुहैया कराए थे। पुलिस ने कई बार सोनू को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह हर बार बच निकलता रहा। अंततः एआरएससी टीम के एसआई प्रमोद कुमार को सोनू के ठिकाने के बारे में विश्वसनीय गोपनीय जानकारी प्राप्त हुई। तकनीकी निगरानी और मैन्युअल इंटेलिजेंस के माध्यम से टीम ने दिल्ली से किरथल गांव तक अभियान चलाया। करीब एक घंटे की सघन छानबीन के बाद टीम ने सोनू को उसके गांव से गिरफ्तार कर लिया।
कैसे पहलवान से बना अपराधी?
पूछताछ में सोनू ने अपनी पूरी कहानी बताई। वह कभी एक होनहार राष्ट्रीय-स्तरीय पहलवान था, लेकिन 2013 में एक भीषण सड़क दुर्घटना में उसका दाहिना पैर कट गया, जिससे उसका एथलेटिक करियर अचानक समाप्त हो गया। आर्थिक तंगी के कारण उसने अपराध की दुनिया में कदम रख दिया। वह डकैती और हत्या जैसे कई गंभीर अपराधों में शामिल रहा। जांच में यह भी सामने आया है कि वह अवैध हथियारों के कारोबार में सक्रिय था।
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सोनू पहलवान उर्फ सोनू लंगड़ा का जन्म 1992 में उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के किरथल गांव में हुआ था। उसने 10वीं कक्षा तक पढ़ाई की है। वह अपने माता-पिता, पत्नी और दो बच्चों के साथ रहता है और खेती भी करता है। हालांकि, अपराध की दुनिया में कदम रखने के बाद वह एक कुख्यात हिस्ट्रीशीटर बन गया। उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश में गंभीर आपराधिक मामलों की एक लंबी सूची दर्ज है, जिसमें छह जघन्य अपराध शामिल हैं।