विमल कौशिक, नई दिल्ली: नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट की स्पेशल स्टाफ पुलिस ने फैजान और शाकिर नाम के दो हत्यारों को गिरफ्तार किया है जिन्होंने 25 लाख की प्रॉपर्टी हथियाने के लिए सुशीलावती नाम की महिला की हत्या कर दी थी। जानकारी के अनुसार, उससे सुशीलावती को आरोपी ने हिंदू नाम समीर बताकर दोस्ती की, फिर बहलाकर बुलंदशहर में ले जाकर गोली मारकर हत्या कर दी। सुशीलावती से उसकी प्रॉपर्टी खरीदने के नाम पर पहले डेढ़ लाख रुपये पेशगी के रूप देकर प्रॉपर्टी के कागजात अपने नाम करवा लिए, जब सुशीलावती ने बाकी की रकम की मांग की तो शाकिर और फैजान ने उसे रास्ते से हटाने के लिए उसकी हत्या का प्लान तैयार किया।
चार्ल्स शोभराज की फिल्म को देखकर रची साजिश
शाकिर ने इस हत्या की साजिश चार्ल्स शोभराज की फिल्म को देखकर रची। इसने हत्या करने से पहले अपनी स्कूटी और अपनी कार की चोरी का फर्जी मामला दर्ज करवाया क्योंकि सुशीलावती को इसी कार में बुलंदशहर ले गया था। इसको अंदेशा था कि हत्या के बाद इसकी गाड़ियों के नंबर किसी सीसीटीवी में ट्रेस हो जाता तो यह फंस सकता था इसलिए अपनी स्कूटी और कार चोरी की रिपोर्ट दर्ज करवाई।
10 महीने पहले हुआ था हत्याकांड
3 मार्च 2022 दयालपुर में सुशीलावती की गुमशुदगी दर्ज की गई और उसी दिन 3 मार्च को हत्या कर दी गई थी। 12 मार्च को बुलंदशहर पुलिस को सुशीलावती का शव मिला। शव की पहचान के लिए प्रयास किया गया, लेकिन पहचान न होने के कारण थाना चौला बुलंदशहर में FIR 302/201 में केस के रूप में दर्ज कर ली गई। इससे पहले सुशीलावती की 16 दिसंबर को गुमशुदगी की FIR नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के दयालपुर थाने में उसके भाई ने दर्ज करवाई थी। इसके बाद कोर्ट ने भी दयालपुर पुलिस को सुशीलावती के केस पर 365 के निर्देश भी जारी किए गए थे। 10 महीने पहले हुए हत्याकांड के आरोपियों तक पुलिस कैसे पहुंची, इसे एक इत्तेफाक ही कह सकते हैं।
ऐसे पकड़ा गया शाकिर
दरअसल, शाकिर जिस इलाके में रहता था, अक्सर अपनी दबंगई और खौफ दिखाने के लिए लोगों के सामने हिंदू महिला की हत्या करने की बात बोलता था। वह कट्टा अपने साथ रखता था। यह बात डिस्ट्रिक्ट के स्पेशल स्टाफ को किसी मुखबिर ने बता दी। पुलिस टीम इसको ट्रेक करने लगी और यह जब सिविल लाइन इलाके के रिज रोड पर आया तब गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद उसने अपने जुर्म को कबूल करते हुए बताया कि उसने सुशीलावती को फंसाने के लिए हिंदू नाम समीर बताया था। वह उसकी 25 लाख की जायदाद हथियाना चाहता था जब उसके फ्लैट की वसीयत अपने नाम करवा ली तो सुशीलावती ने अपनी बाकी की रकम मांगी तो अपने साथी फैजान के साथ सुशीलावती को अपनी बातों के झांसे में लाकर बुलंदशहर ले गया और वहां जाकर उसे गोली मार कर उसकी लाश को दफन कर दिया था।