Parliament Security Breach: दिल्ली के संसद भवन में सुरक्षा में बड़ी सेंधमारी हुई है। आज सुबह 6 बजे संसद भवन की दीवार फांदकर शख्स परिसर में घुसा। वह सीधा गरुड़ द्वार तक पहुंच गया था, जो कि सुरक्षा के लिहाज से बिल्कुल भी सही नहीं है। हालांकि, पार्लियामेंट में सिक्योरिटी का रोल बहुत अहम होता है। यहां एक नहीं बल्कि तीन-तीन सिक्योरिटी लेयर्स से पूरे भवन की सुरक्षा की जाती है। दिल्ली पुलिस, CRPF और PDG तैनात होती है। आइए जानते हैं संसद में सिक्योरिटी का जिम्मा किन लोगों के हाथों में होता है और कैसे वह शख्स सुरक्षा तोड़कर अंदर पहुंचा था।
किसके पास है सिक्योरिटी कंट्रोल?
संसद भवन परिसर में लोगों की आवाजाही पर पूरा ध्यान दिया जाता है। राज्यसभा और लोकसभा में एंट्री के लिए पास लोकसभा और राज्यसभा के सचिवालय के पास होता है। यहां सुरक्षा के लिए तीन सिक्योरिटी लेयर्स होती हैं। पार्लियामेंट सिक्योरिटी सर्विस के साथ पार्लियामेंट ड्यूटी ग्रुप (PDG) और दिल्ली पुलिस के जवान तैनात होते हैं। संसद भवन में एंट्री के लिए भी एंट्री पॉइंट पर पार्लियामेंट सिक्योरिटी के लोग खड़े होते हैं।
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3 लेयर प्रोटेक्शन से सुरक्षित संसद भवन
संसद भवन की नई बिल्डिंग का निर्माण हाल ही में हुआ है। ऐसे में यहां सुरक्षा पहले से भी ज्यादा एडवांस हो गई है। तीन लेयरों का सुरक्षित ढांचा मंत्रियों और सांसदों की सुरक्षा करता है। ये इस प्रकार होती है- बाहरी, मध्य और आंतरिक सुरक्षा। सुरक्षा एजेंसियों की बात करें तो दिल्ली पुलिस, सीआईएसएफ और पीएसएस समेत कई अन्य सुरक्षा बलों की भूमिका भी सुरक्षा में रहती है।
साल 2023 में हुआ सुरक्षा में बदलाव
दरअसल, साल 2023 में संसद के अंदर बैठे सांसदों के बीच अचानक दो लोग गैलरी से कूदकर लोकसभा रूम में पहुंच गए थे। उन्होंने सांसदों के बीच रंगीन धुआं छोड़ दिया था। उन्होंने विजिटर पास की मदद से अंदर भवन में एंट्री की थी। इसके बाद फैसला लिया गया कि अब से सेकेंड लेयर की सुरक्षा में CISF के जवानों की तैनाती होगी।
गरुड़ द्वार क्या है?
नई संसद भवन का प्रमुख एंट्री गेट गरुड़ द्वार है। यहां से मुख्य रूप से प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और अन्य वीवीआईपी संसद में प्रवेश करते हैं। ऐसे में यह गेट अत्यधिक सुरक्षा वाला जोन माना जाता है और संसद परिसर का सबसे संवेदनशील प्रवेश द्वार भी है। यहां निगरानी के लिए हाई-डेफिनिशन सीसीटीवी कैमरे, बायोमेट्रिक स्कैनर और RFID कार्ड सिस्टम भी हैं। इस द्वार पर हमेशा बॉम्ब स्क्वॉड और स्निफर डॉग्स तैनात रहते हैं।
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