I.N.D.I.A Coordination Committee meeting, नई दिल्ली: बीते दिनों में हुए विधानसभा के उपचुनावों के परिणाम को देख खुश हो रहे I.N.D.I.A महागठबंधन ने अभी से साल 2024 में होने लोक सभा चुनाव को लेकर रणनीति बनानी शुरू कर दिया है।
बंगाल, यूपी, झारखंड के विधानसभा उपचुनाव के नतीजों को I.N.D.I.A भले ही अपने पक्ष की जीत मान रही हो लेकिन मुंबई की बैठक के बाद I.N.D.I.A गठबंधन की असली चुनौती अब शुरू होने जा रही है। बता दें कि दिल्ली में 13 सितंबर को शरद पवार के घर I.N.D.I.A कोऑर्डिनेशन कमेटी की अहम बैठक की जाएगी। इस बैठक में गठबंधन दलों के बीच राज्यों में सीटों के बंटवारे को लेकर सभी बाते तय की जाएगी।
जानकारी के अनुसार, इस बैठक में बिहार और यूपी में कांग्रेस के रोल के अलावा आम आदमी पार्टी की सीटों को लेकर गहन चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही इस बैठक में किस राज्य में किस पार्टी को लेकर क्या पेंच फंस रहा है इस पर भी चर्चा होगी।
नगीना लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे चंद्रशेखर आजाद
सबसे बड़े राजनीतिक सूबे उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की राजनैतिक हालात किसी से छिपी नहीं हैं। इसके बावजूद कांग्रेस आने वाले लोकसभा चुनाव में यूपी की 18-20 सीट पर जीत का सपना देख रही है। हालांकि समाजवादी पार्टी इसके जरा भी तैयार नहीं है। इसके अलावा चंद्रशेखर आजाद भी लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार है। खबरों के अनुसार रावण नगीना लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं लेकिन समाजवादी पार्टी उन्हें इस सीट से टिकट नहीं देना चाहती है। इसके अलावा राष्ट्रीय लोकदल की सीटों की संख्या पर भी अंतिम फैसला होना है।
न्यूज़ 24 के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ चंद्रशेखर आजाद खुद चाहते हैं कि वो आरएलडी के सिंबल पर चुनाव लड़े जिससे स्थानीय समीकरण जाट, मुसलमान,दलित का मज़बूत समीकरण उन्हें जीत की ओर अग्रसर करें लेकिन फ़िलहाल अखिलेश यादव ने अपने राजनीतिक पत्ते अब नहीं खोले हैं । दबाव बढाते हुए अखिलेश मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी अपने लिए सीट मांग सकते हैं।
बिहार: उत्तर भारत के सबसे अहम राज्य बिहार में लोकसभा में 40 सीटें हैं। सीटों का बंटवारे को लेकर आम सहमति बनाना सबसे मुश्किल इसी राज्य में है। लालू और नीतीश की महत्वाकांक्षाओं के बीच कांग्रेस को कितनी सीटें मिलेंगी इस पर सबकी नज़रें हैं। हालांकि कांग्रेस पीछले लोकसभा के चुनाव के नतीजों को लेकर 10 सीटों पर अपनी जीत की दावेदारी कर रही है। वहीं, बिहार में लालू-नीतीश कांग्रेस को 6 सीटें देने का मन बना रहे हैं। इसी बीच वाम दल भी सीटों की मांग कर रही हैं।
दिल्ली-पंजाब
दिल्ली और पंजाब के विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत के बाद अब आम आदमी पार्टी की राजनीतिक इच्छाएं बढ़ रही हैं, जो महागठबंधन के लिए मुश्किल का सबब बन रही है। बता दें कि आप ने अभी तक कांग्रेस के साथ चुनाव लड़ने पर फैसला किया है। दोनों पार्टियों के बीच का मतभेद जगजाहिर है। सूत्रों की माने तो आम आदमी पार्टी दिल्ली और पंजाब की सीटों के बदले गुजरात और हरियाणा की सीटों की मांग कर रही है।
महाराष्ट्र की सीट को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। पूरे राज्य में एनसीपी और शिवसेना की काफी अच्छी पकड़ है। जिसे दोनों पार्टियां किसी किमत पर खोना नहीं चाहती है।
दरअसल, एनसीपी, शिवसेना में टूट के पहले कांग्रेस राज्य गठबंधन में तीसरे नम्बर का दल थी और एनसीपी-शिवसेना की जोडी के सामने बैकफुट पर थी। इन सबसे भी बड़ा सिरदर्द तो बंगाल है। जहां सीएम ममता किसी कीमत पर लेफ्ट साथ आने को तैयार नहीं हैं। ऐसे में बंगाल के लिए फॉर्मूला निकालना एक बड़ी चुनौती है।
हालांकि जब न्यूज़ 24 ने कांग्रेस महासचिव तारिक अनवर से जब ये सवाल किया कि तो उन्होंने बड़ी सहजता के साथ कहा कि ये सवाल सिर्फ़ मीडिया के लिये चुनौती है सीटें की संख्या और बँटवारा सही समय पर हो जायेगा । बीजेपी ज़्यादा खुश न हो, इंडिया गठबंधन में सब बंटवारा हो जाएगा, और जिन राज्यों में थोड़ा बहुत दिक्कत है उसी के लिए कमेटी बनी है जो मामलों को चर्चा करके सुलझा लेगी।