Delhi Police Raids Newsclick Different Premises: दिल्ली पुलिस ने मंगलवार सुबह न्यूज़क्लिक से जुड़े विभिन्न परिसरों पर छापेमारी की है। जानकारी के मुताबिक, फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद में जिनके घरों या ठिकानों पर रेड की है, उनमें अभिसार शर्मा, उर्मिलेश, संजय राजौरा, भाषा सिंह, प्रबीर पुरखयस्थ, अनिंदयो चक्रबर्ती, सोहैल हाशमी शामिल हैं।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि न्यूज़क्लिक से जुड़े करीब 30 से अधिक स्थानों पर छापेमारी जारी है। सूत्रों के मुताबिक, विदेशी फंडिंग मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने UAPA के तहत छापेमारी की है। आरोप है कि 3 साल के अंदर करीब 38 करोड़ रुपए का संदिग्ध लेनदेन हुआ है। मामले की जानकारी के बाद पहले दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा, फिर उसके बाद ED और अब दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल मामले की जांच कर रही है।
बता दें कि मानसून सत्र में भाजपा सासंद निशिकांत दुबे ने न्यूजक्लिक पर चीन से फंडिंग का आरोप लगाया था। भाजपा सांसद ने न्यूजक्लिक को देश विरोधी बताया था। उन्होंने कहा था कि चीन से फंडिंग के बाद न्यूज पोर्टल न्यूजक्लिक केंद्र सरकार के खिलाफ देश में विरोध का माहौल बना रहा है।
Delhi police landed at my home. Taking away my laptop and Phone…
---विज्ञापन---— Abhisar Sharma (@abhisar_sharma) October 3, 2023
भाजपा सांसद को मिला था केंद्रीय मंत्री का साथ
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे को केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का साथ मिला था। अनुराग ठाकुर ने कहा था कि ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने एक रिपोर्ट छापी थी, जिसमें कहा गया था कि अमेरिका के करोड़पति कारोबारी नेविल रॉय सिंघम के जरिए NewsClick को फंडिंग मिली थी। नेविल रॉय सिंघम पर चीनी फंडिंग और प्रोपेगंडा फैलाने का आरोप है।
Raids underway at different premises linked to NewsClick, no arrests made so far: Delhi Police Sources pic.twitter.com/DmnKNU517C
— ANI (@ANI) October 3, 2023
बता दें कि मंगलवार सुबह दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली-NCR से जुड़े करीब 30 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की। इनमें दिल्ली, नोएडा, गजियाबाद में न्यूजक्लिक के ठिकाने शामिल हैं।
कहा जा रहा है कि छापेमारी के दौरान दिल्ली पुलिस की टीम ने कुछ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे- लैपटॉप, मोबाइल जब्त किए हैं। उधर, छापेमारी के बाद जर्नलिस्ट अभिसार शर्मा ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि दिल्ली पुलिस आज सुबह उनके घर पहुंची और उनका लैपटॉप, मोबाइल जब्त कर लिया।
पिछले कुछ दिनों से Newsclick वाले मामले में मेरे ख़िलाफ़ झूठ चलाया जा रहा है डिग्री दुबे @nishikant_dubey और कुछ वाहियात चैनल्स द्वारा. एक एक बात का जवाब. ये पहला भाग है . अगर दम है डिग्री babu तो संसद के बाहर आरोप दोहराना
PART1 MY RESPONSE TO THE DEFAMATORY LIES ABOUT ME pic.twitter.com/fho49tuQLM— Abhisar Sharma (@abhisar_sharma) August 9, 2023
अभिसार शर्मा ने 9 अगस्त को एक वीडियो अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि पिछले कुछ दिनों से न्यूजक्लिक वाले मामले में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और कुछ वाहियात चैनल्स की ओर से मेरे खिलाफ झूठ फैलाया जा रहा है। उन्होंने वीडियो पोस्ट कर लिखा था कि एक-एक बात का मैं जवाब दूंगा, जिसका पहला पार्ट मैं अपने सोशल मीडिया पर वीडियो के जरिए पोस्ट कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा सांसद में दम है तो वे संसद के बाहर मेरे खिलाफ लगे आरोप को दोहराएं।
दिल्ली हाईकोर्ट ने न्यूजक्लिक के चीफ एडिटर को जारी किया था नोटिस
इससे पहले 22 अगस्त को, दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) की ओर से दायर एक याचिका पर न्यूज पोर्टल ‘न्यूज़क्लिक’ के चीफ एडिटर प्रबीर पुरकायस्थ को नोटिस जारी किया था। कोर्ट ने 7 जुलाई, 2021 को एक आदेश पारित कर निर्देश दिया कि प्रबीर पुरकायस्थ को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। हालांकि, यह भी कहा कि जांच अधिकारी की ओर से आवश्यकता पड़ने पर उन्हें जांच में सहयोग करना होगा।
ईओडब्ल्यू की ओर से दर्ज की गई FIR के मुताबिक, IPC की धारा 406, 420 और 120-बी के तहत मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई। जांच के दौरान, अधिकारियों ने आपराधिक कृत्यों का संकेत देने वाले सबूत जुटाए।
FIR में कहा गया है कि आरोपी ने विदेश स्थित अपने साथियों के साथ साजिश रचकर धन जुटाया। फिर उनके निर्देशों के अनुसार काम किया। बता दें कि इससे पहले, ED ने भी एक आवेदन के माध्यम से न्यूज़क्लिक और उसके प्रधान संपादक के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय का रुख किया था और कहा था कि यह पेड न्यूज के लिए गंभीर आपराधिक साजिश का मामला था।
जांच एजेंसी ने फरवरी 2021 में कथित मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में न्यूज़क्लिक के परिसरों और उसके संपादकों के आवासों पर छापेमारी की थी। कथित विदेशी फंडिंग से जुड़ा मामला दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा की ओर से दर्ज एक एफआईआर पर आधारित है।