Delhi News: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रेलवे में सीनियर सिटिजंस के लिए खत्म की गई छूट को लेकर केंद्र सरकार के लिए पत्र लिखा है। इसमें बुजुर्गों को दी जाने वाली छूट को बहाल करने की अपील की गई है।
समाचार एजेंसी एएनआई की ओर से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का पत्र जारी किया है। इसमें सीएम केजरीवाल ने कहा है कि देश के बुजुर्गों को पिछले कई वर्षों से रेल यात्रा में 50 फीसदी की छूट मिल रही थी।
केंद्र सरकार ने बंद की है रेलवे में बुजुर्गों को छूट
इसका लाभ देश के करोड़ों बुजुर्गों को मिल रहा था। आपकी सरकार (केंद्र सरकार) ने इस छूट को समाप्त कर दिया है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। पिछले दिनों लोकसभा में आप की सरकार ने बताया कि रेल यात्रा में बुजुर्गों को दी जा रही छूट को बंद करने से सालाना 1,600 करोड़ रुपये की बचत हो रही है।
Delhi CM Arvind Kejriwal writes a letter to PM Modi regarding giving concessions to senior citizens regarding the resumption of concession given to senior citizens in rail travel. pic.twitter.com/yosq83yajd
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) April 3, 2023
बुजुर्गों के आशीर्वाद से ही हमारी तरक्की
कई बार हमें अहंकार हो जाता है कि हमें जो कुछ जिंदगी में मिला है, वह केवल हमारी मेहनत का नतीजा है। जबकि ऐसा नहीं है। हमारी तरक्की में हमारे बुजुर्गों का आशीर्वाद होता है। बिना उनके आशीर्वाद कोई व्यक्ति, कोई समाज या कोई देश तरक्की कर ही नहीं सकता।
जैसे दिल्ली में हम बुजुर्गों को उनके पसंद के तीर्थ स्थलों की फ्री यात्रा करवाने ले जाते हैं। उनका आना-जाना, वहां रहना, खाना-पीना सब कुछ सरकार देती है। इससे बुजुर्गों को असीम खुशी मिलता है। वह दिल की गहराइयों से हमें आशीर्वाद देते हैं। दिल्ली हर क्षेत्र में खूब तरक्की कर रही है, इसका कारण इन बुजुर्गों का आशीर्वाद है।
दिल्ली सरकार कराती है तीर्थ यात्रा
सर, बात पैसे की नहीं है, बात नियत की है। दिल्ली सरकार अपने 70 हजार करोड़ के बजट में से बुजुर्गों की तीर्थ यात्रा पर अगर 50 करोड़ रुपये खर्च कर देती है तो दिल्ली सरकार कोई गरीब नहीं हो जाती है। आने वाले साल में केंद्र सरकार 45 लाख करोड़ रुपए खर्च करेगी। इसमें बुजुर्गों की रेल यात्रा में छूट पर मात्र 16 सौ करोड़ रुपए खर्च होते हैं।
यह राशि समुद्र में एक बूंद जैसी है। इसके खर्च न करने से केंद्र सरकार अमीर नहीं हो जाएगी और उसके खर्च करने से गरीब नहीं हो जाएगी, लेकिन जब इसे रोका जाता है, तो हम एक तरह से अपने बुजुर्गों को संदेश दे रहे हैं कि हम आपकी परवाह नहीं करते। यह बहुत गलत है। भारतीय संस्कृति के खिलाफ है।
इस रियायत को जल्द बहाल करने की अपील
पत्र के आखिर में सीएम ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया है। लिखा है, ‘मैंने कई बुजुर्गों से बात की। रेल यात्रा में दी जा रही है छोटी-सी रियायत उनके लिए बड़ा मायने रखती है। अतः मेरी आपसे विनती है कि बुजुर्गों के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए जल्द से जल्द इस रियायत को बहाल करने का कष्ट करें।