Delhi-NCR Earthquake Alert: भूकंप जब भी आता है, इंसान के दिमाग पर खतरनाक और डरावना असर डालकर जाता है। मगर कुछ लोगों के लिए भूकंप के झटके ऐसे होते हैं कि इससे इनके दिमाग पर जोरदार असर पड़ता है, जिससे उनमें चिंता, डर और नींद न आने की समस्या होती है। भूकंप का प्रभाव बड़ा ही भयावह होता है, इसके झटके आने के बाद इंसान को चक्कर आना या कोई और भी समस्या भी महसूस हो सकती है, लेकिन इसका सबसे गहरा असर मस्तिष्क पर भी पड़ता है। यह मनोवैज्ञानिकों से जुड़ी स्थिति होती है। दिल्ली-एनसीआर में आज सुबह 5 बजकर 36 मिनट पर तेज भूकंप आया था, जिसके बाद घरों में रहने वाले लोग तुरंत घरों से निकलकर बाहर आ गए थे। भूकंप की तीव्रता 4.06 बताई जा रही है। चलिए आपको बताते हैं भूकंप का शरीर पर असर।
आइए जानते हैं इसके साइड-इफेक्ट
भूकंप के प्रभाव से चक्कर आने की भावना सामान्य होती है। कुछ लोगों को भूकंप के बाद भी चक्कर या भूकंप की भावनाएं आती रहती हैं, यह पोस्ट-सिंड्रोम होता है। इसमें उन्हें लगता है कि कमरे में कुछ हिल रहा है और रूम हिल रहा है, जो कि वास्तविक नहीं होता है। ऐसा सिर्फ उनके दिमाग में चलने वाली मनोस्थिति होती है।
Tremors were felt in Delhi and nearby areas. Urging everyone to stay calm and follow safety precautions, staying alert for possible aftershocks. Authorities are keeping a close watch on the situation.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 17, 2025
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भूकंप किन लोगों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक?
1. बुजुर्ग और बच्चे- ऐसी स्थिति में ये लोग सबसे अधिक खतरे में होते हैं क्योंकि इन दोनों के शरीर में ताकत कम होती है और वे मानसिक और शारीरिक तनाव को सहन करने में सक्षम नहीं होते हैं।
2. हृदय रोगी- हार्ट डिजीज वाले मरीजों के लिए भूकंप का स्ट्रेस बहुत खतरनाक हो सकता है।
#WATCH | A 4.0-magnitude earthquake jolted the national capital and surrounding areas | A passenger awaiting his train at New Delhi railway station says, “I was in the waiting lounge. All rushed out from there. It felt as if some bridge had collapsed…” pic.twitter.com/I5AIi31ZOd
— ANI (@ANI) February 17, 2025
3. श्वसन रोगी- अगर कोई अस्थमा, COPD जैसी बीमारियों से गुजर रहा है, तो धूल और मलबे से सांस लेने में समस्या हो सकती है, जो इन मरीजों के लिए ज्यादा खतरनाक हो सकती है।
4.विकलांग लोगों के लिए- जो शारीरिक रूप से थोड़े सीमित होते हैं, उनके लिए बचाव या इलाज में समस्याएं हो सकती हैं। कई बार अगर भूकंप आता है, तो यह खुद से अपनी सुरक्षा भी सही से नहीं कर पाते हैं।
5. मेंटल हेल्थ- कुछ लोगों को अधिक तनाव, डर, इमोशन्स और चिंता की समस्या होती है, उन्हें भी भूकंप के बाद दिमाग पर असर पड़ता है।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।