Dwarka Assembly Seat: दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी को वोटिंग होनी है, 8 फरवरी को नतीजों का ऐलान किया जाएगा। दिल्ली की द्वारका सीट पर इस बार कांटे का मुकाबला होने के आसार हैं। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने यहां से प्रद्युम्न राजपूत और कांग्रेस ने आदर्श शास्त्री पर दांव खेला है। वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) ने मौजूदा विधायक विनय मिश्रा को मैदान में उतारा है। द्वारका सीट पश्चिमी दिल्ली लोकसभा इलाके में आती है।
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बीजेपी के प्रद्युम्न राजपूत छठी बार इस सीट से भाग्य आजमा रहे हैं। 2009 और 2013 में वे यहां से जीत हासिल कर चुके हैं। उसके बाद लगातार दो बार हारे। कांग्रेस प्रत्याशी आदर्श शास्त्री यहां से 2015 में जीत हासिल कर चुके हैं। वे तब आप के टिकट पर मैदान में उतरे थे। आप के विनय मिश्रा 2020 चुनाव में यहां से विधायक बने।
पूरी होगी हर एक आस
काँग्रेस पर है विश्वास---विज्ञापन---आज ईस्ट सागरपुर गली नंबर 11 में आयोजित बैठक को संबोधित किया तथा स्थानीय नागरिकों से कांग्रेस के पक्ष में प्रचंड मतदान करने हेतु अपील की।
“काम मतलब आदर्श शास्त्री”#adarshfordwarka @INCDelhi @RahulGandhi @devendrayadvinc pic.twitter.com/0Zgmuq17Y7
— AdarshShastri (@adarshshastri) January 20, 2025
इस इलाके में ही जिला मुख्यालय है। चुनाव के लिहाज से यहां कॉलोनियां की भूमिका अहम है। दो दशक में इलाके की आबादी लगभग 3 गुना बढ़ चुकी है। हर चुनाव में कच्ची कॉलोनियों और संसाधनों की कमी का मुद्दा उठता है। यहां कई बस्तियां अवैध हैं। द्वारका सीट में मंगलापुरी, डाबड़ी, वैशाली, सागरपुर, दुर्गा पार्क, दशरथपुरी, कैलाशपुरी, इंदिरा पार्क, गीतांजलि पार्क, दयाल पार्क, नसीरपुर गांव, वशिष्ठ पार्क और महावीर एनक्लेव जैसी कॉलोनियां आती हैं।
📍 नामांकन यात्रा – द्वारका विधानसभा।
द्वारका विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी के कर्मठ और समर्पित प्रत्याशी डॉ. श्री प्रद्युम्न राजपूत जी के नामांकन यात्रा में सम्मिलित हुई।
पिछले 10 साल में दिल्ली का बुरा हाल करने वाली झूठी सरकार के अंत की शुरुआत हो चुकी है। इस बार दिल्ली में… pic.twitter.com/9smvmchcdp
— Kamaljeet Sehrawat (@kjsehrawat) January 16, 2025
जाम और अतिक्रमण बड़े मुद्दे
द्वारका सीट पर पूर्वांचली और उत्तराखंडी मूल के वोटर अधिक हैं। करीब 34-36 फीसदी वोट दोनों समुदायों के हैं। पंजाब, बिहार और हरियाणा के वोटरों की संख्या भी खासी है। द्वारका पहले नसीरपुर सीट का हिस्सा थी। 2008 के परिसीमन के बाद इसे अलग किया गया था। यहां जाम, पानी की कमी और अतिक्रमण बड़े मुद्दे हैं। ड्रेन का प्रदूषण और कमजोर सीवरेज नेटवर्क की वजह से भी लोगों को समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है।
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इस सीट पर चार बार विधानसभा चुनाव और एक उपचुनाव हो चुका है। एक बार कांग्रेस, दो बार बीजेपी और दो बार आम आदमी पार्टी ने यहां से जीत हासिल की है। इस सीट का निर्वाचन क्षेत्र कोड 33 है। द्वारका में कुल 136200 वोटर हैं, जिनमें 75369 पुरुष, 60829 महिलाएं शामिल हैं। थर्ड जेंडर के 2 वोट हैं। 2020 के चुनाव में AAP कैंडिडेट विनय मिश्रा को 71003 और बीजेपी के प्रद्युम्न राजपूत को 56616 वोट मिले थे।