Delhi Air quality: केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने शनिवार को जानकारी दी कि दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार आई है। सीएक्यूएम ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर में इस साल 1 जनवरी से 30 सितंबर तक औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (सीएक्यूआई) 167 दर्ज किया गया, जो पिछले छह साल में इसी अवधि के लिए दूसरा सबसे क्लिन है।
कोरोना महामारी के दौरान दर्ज की गई थी सबसे क्लियर एयर क्वालिटी
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, सीएक्यूएम के एक बयान में कहा गया है कि इस अवधि में बेहतर वायु गुणवत्ता केवल कोरोना महामारी से प्रभावित 2020 के दौरान दर्ज की गई थी। 2018, 2019, 2021 और 2022 में इस अवधि के दौरान औसत AQI 180 से 193 के बीच रहा।
10 सितंबर को सबसे क्लियर वायु क्वालिटी दर्ज की गई
जी20 शिखर सम्मेलन के अंतिम दिन, 10 सितंबर को दिल्ली ने 45 एक्यूआई के साथ वर्ष का पहला “अच्छा” वायु गुणवत्ता वाला दिन अनुभव किया।
सितंबर 2022 (165mm) की तुलना में सितंबर 2023 में कम वर्षा (82.7mm) के बावजूद, इस वर्ष महीने का औसत AQI (108) पिछले वर्ष (104) के बराबर रहा।
इस वर्ष (2023) जनवरी और सितंबर के बीच, राजधानी दिल्ली में “गुड” से “मॉडरेट” एयर क्वालिटी (औसत AQI 200 से कम) वाले 193 दिन देखे गए, जो पिछले पांच वर्षों (2020 को छोड़कर) को पार कर गया। साल 2020 में ”गुड” से ”मॉडरेट’ एयर क्वालिटी वाले दिनों की संख्या 146 से लेकर 174 रही थी।
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सीएक्यूएम ने कहा कि पिछले छह वर्षों की तुलना में 2023 में दैनिक औसत पीएम2.5 और पीएम10 सांद्रता (Concentration) में काफी कमी आई है। 2023 के पहले आठ महीनों में, दैनिक औसत PM2.5 सांद्रता लगभग 73 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर थी, जो 2017-2022 की अवधि (2020 को छोड़कर) के दौरान देखी गई।
इसी तरह, इस वर्ष दिल्ली में पीएम10 की औसत सांद्रता 169 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रही, जो पिछले वर्षों (2020 को छोड़कर) की 183-215 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर की सीमा से कम है।