Air Pollution: दिल्ली की एयर क्वालिटी में मंगलवार को थोड़ा सुधार हुआ, लेकिन बुधवार तक यह ‘बहुत खराब’ या खराब के ऊपरी छोर पर रहने की संभावना है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज सुबह AQI 321 दर्ज किया गया।
SAFAR के पूर्वानुमान में उल्लेख किया गया है कि कमजोर ऊपरी स्तर की हवा के प्रवाह, स्थानीय उत्सर्जन में कमी और प्रदूषकों के मध्यम फैलाव के कारण वायु की गुणवत्ता खराब श्रेणी के ऊपरी छोर के भीतर रहेगी।
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Delhi's sky lingers in a layer of smog as the overall Air Quality Index (AQI) remains under the 'Very Poor' category, at 321
(Visuals from GT Karnal road, Man Singh road & Lodhi road) pic.twitter.com/U6kUvhy97N
— ANI (@ANI) November 8, 2022
प्राथमिक विद्यालय कल फिर से खुलेंगे
दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में सुधार होने के बाद राज्य सरकार ने 9 नवंबर को स्कूलों को फिर से खोलने की घोषणा की। साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में ट्रकों और छोटे मालवाहक वाहनों के एंट्री पर प्रतिबंध सहित कुछ अन्य प्रतिबंध हटा दिए गए। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि निजी तोड़फोड़ और निर्माण कार्य पर रोक जारी रहेगी। राज्य सरकार ने कार्यालयों में वर्क फ्रॉम होम भी वापस ले लिया गया है।
पर्यावरण मंत्री ने यह भी कहा कि ‘पर्यवरण बस सेवा’ का संचालन जारी रहेगा, जिसमें निजी तौर पर चलने वाली 500 सीएनजी बसें शामिल हैं।
एंटी-स्मॉग गन की तैनाती सुनिश्चित करें: केंद्रीय पैनल
केंद्र के वायु गुणवत्ता पैनल ने दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों को निर्माण और विध्वंस स्थलों पर एंटी-स्मॉग गन की तैनाती सुनिश्चित करने के लिए कहा है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने अन्य उपायों की भी सिफारिश की है। पैनल ने कहा कि ये साइटें दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का एक प्रमुख और लगातार स्रोत हैं।
सीएक्यूएम के बयान में कहा गया है, “15,001 से 20,000 वर्ग मीटर के निर्माण क्षेत्र के लिए कम से कम तीन एंटी-स्मॉग गन आवश्यक हैं। 20,000 वर्ग मीटर से अधिक के कुल निर्माण क्षेत्र के लिए कम से कम चार एंटी-स्मॉग गन तैनात किए जाने चाहिए।”
बीएस IV डीजल वाहनों पर प्रतिबंध
अधिकारियों के अनुसार, दिल्ली में बीएस III पेट्रोल और बीएस IV डीजल वाहनों की आवाजाही पर 13 नवंबर तक प्रतिबंध रहेगा, जबकि ट्रकों को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने की अनुमति होगी।
पंजाब में पराली जलाने की घटनाएं 30 हजार के पार
पराली जलाना उत्तर भारत में वायु प्रदूषण के प्रमुख कारणों में से एक है। पंजाब में सोमवार को 2,487 पराली जलाने के मामलों के साथ खेत में आग की घटनाओं ने 30,000 का आंकड़ा पार कर लिया। लुधियाना स्थित पंजाब रिमोट सेंसिंग सेंटर के आंकड़ों के अनुसार, फसल अवशेष जलाने की ताजा घटनाओं के साथ, 15 सितंबर से 7 नवंबर तक कुल आग के मामले बढ़कर 32,486 हो गए।
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नोएडा, गुरुग्राम में सांस लेने की जद्दोजहद जारी
नोएडा ने AQI 354 दर्ज किया जो बहुत खराब कैटेगरी में आता है। सुधार के मामले में नोएडा दिल्ली से पिछड़ गया है। गुरुग्राम में AQI 326 दर्ज किया गया। यहां भी फिलहाल, सुधार की जरूरत है।
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