Courier parcel fraud protect tips: दिल्ली-एनसीआर में ठगी का खेल एक नामी कोरियर कंपनी के नाम से अवैध ठग कर रहे हैं। ये ठग आपको विदेश से ड्रग्स भेजे जाने की बात करते हैं। यही नहीं, बातचीत के दौरान ये ठग पीड़ित को मोबाइल, आधार नंबर और पैन तक की सटीक जानकारी देते हैं। सामने वाले को डराने के लिए पुलिस की वर्दी में वीडियो कॉल करते हैं। फिर वायरलेस पर दूसरे से बातचीत, थाने में लगी फोटो, रिजर्व बैंक का कोई लैटर, खाता फ्रीज करने की धमकी और क्राइम ब्रांच का नोटिस दिखाया जाता है।
यानी सामने वाले को डराने का हर हथकंडा ये अपनाते हैं। जब पीड़ित कहता है कि उसने कोई पार्सल नहीं भेजा है। तो ये लोग कहते हैं कि आईडी का गलत यूज हुआ है। क्राइम ब्रांच तो आना होगा। इसके बाद गिरफ्तारी आदि का भय दिखाकर उससे पैसे वसूले जाते हैं। अकेली राजधानी दिल्ली के थानों में ही ऐसे 50 मामले दर्ज हो चुके हैं।
दिल्ली के शख्स को ऐसे लगाया चूना
दिल्ली के एक व्यक्ति को कॉल आई थी। जिसे ठग ने कहा कि उनका पार्सल आया है। लेकिन जब उन्होंने मना किया, तो दबाव दिया गया। आपने पार्सल को मुंबई से कनाडा भेजा था। वह जब्त कर लिया गया है। आपकी आईडी का गलत यूज हुआ है। फिर कॉल को क्राइम ब्रांच में ट्रांसफर किए जाने की बात कही। दूसरी ओर से एक आदमी रौब झाड़ते हुए बोलता है कि आपको मुंबई आना होगा। वीडियो कॉल में वह वर्दी में दिखा, बैकग्राउंड में थाना नजर आया।
फिर किसी ओर से वह वायरलेस पर बात करता दिखता है। सामने वाला कहता है कि इसके खाते से 80 लाख की ड्रग्स खरीदी गई। गिरफ्तार करना ही पड़ेगा। उसे और तरीकों से भी डराया गया। फिर जमानत के बहाने किसी वकील से बात करवाई गई। इसके बाद में दो लाख रुपये फर्जी लैटर आदि दिखाकर डलवा लिए। बाद में ठगी का पता लगा। मामले में दिल्ली पुलिस जांच कर रही है। कई मामले ऐसे सामने आए हैं।
वहीं, कूरियर कंपनी की ओर से भी मामले में एडवाइजरी जारी की गई है। कहा कि उसके नाम से किसी फ्रॉड से बचें। अनजान लिंक पर क्लिक न करें। कूरियर पार्सल के नाम से कोई कॉल आए, तो उसे अनदेखा करें। अगर फोन उठ गया, तो कोई ऑप्शन क्लिक न करें। अपनी निजी जानकारी किसी को न दें। ठगी होने पर 1930 या नजदीकी साइबर थाने में कंप्लेन दें। किसी से डरने से पहले अपने आप को जांच लें।