नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने कहा कि भाजपा नॉमिनेटेड पार्षदों को वोट करने का अधिकार देना चाहती है। अमित शाह क्या गुंडागर्दी करके भाजपा का मेयर बनाना चाहते हैं? एमसीडी की परंपरा के तहत चुनकर आने वाले पार्षदों की शपथ पहले कराने की मांग करने पर भाजपा के गुंडों ने आप पार्षद प्रवीण कुमार पर हमला किया।
बीजेपी सांसदों की मौजूदगी में “आप” पार्षदों की हत्या करना चाहती है। बीजेपी ने “आप” पार्षद प्रवीण कुमार पर हमला कर लहूलुहान कर दिया। यह तो सरेआम गुंडागर्दी चल रही है। विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मेयर-डिप्टी मेयर के चुनाव में नॉमिनेटेड पार्षदों के वोट वर्जित हैं। इसके बावजूद भाजपा बेइमानी करके एमसीडी पर कब्ज़ा करना चाहती है। एमसीडी के इतिहास में कभी सदन में नॉमिनेटेड पार्षद ने वोट नहीं डाला।
भाजपा बेईमानी से एमसीडी में कब्जा करना चाहती है। हम कांग्रेस नहीं आम आदमी पार्टी हैं, जो भाजपा से लोहा लेना जानते हैं। पार्षद प्रवीण कुमार ने कहा कि नॉमिनेटेड एल्डरमैन को एमसीडी के इतिहास में कभी पहले शपथ नहीं दिलाई गई। हमने विरोध किया तो मारपीट शुरू कर दी। भाजपा के 25-30 पार्षदों ने मिलकर मुझपर हमला किया। शपथ लेने वाले मोमेंटो से मुझे जान से मारने की कोशिश की।
राज्य सभा सदस्य सुशील गुप्ता ने कहा कि एमसीडी सेक्शन-3 ए (1) के तहत नॉमिनेटेड पार्षद वोट नहीं डाल सकते हैं। हमेशा जनता द्वारा चुने हुए लोगों को पहले शपथ दिलाई जाती है। सारी परंपराओं को आज तोड़कर बीजेपी बेईमानी तरीके से मेयर व डिप्टी मेयर के चुनाव में धांधली करना चाहती है। सदन में हुए गुंडागर्दी के माहौल की हम कड़ी निंदा करते हैं। दिल्ली की जनता देख रही है कि किस तरीके से बीजेपी गुंडागर्दी पर उतर आई है।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व राज्य सभा सदस्य संजय सिंह, विधायक सौरभ भारद्वाज और राज्य सभा सदस्य सुशील गुप्ता ने शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण प्रेसवार्ता को संबोधित किया। इस दौरान सांसद संजय सिंह ने कहा क एमसीडी में मेयर, डिप्टी मेयर और स्टेडिंग कमेटी के सदस्यों का आज चुनाव है।
चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी जिसे दिल्ली की जनता ने पूरी तरह पराजित कर दिया। बीजेपी के खिलाफ दिल्ली की जनता ने जनादेश दिया और 15 साल के उनके कुशासन को खारिज किया। वह बीजेपी खूनी खेल एमसीडी के सदन में कर रही है। हमारे दो बार के चुने पार्षद हैं। पिछली बार नेता विरोधी दल थे। इनपर सदन के अंदर जानलेवा हमला किया गया। बीजेपी के 7 सासंद और पार्षदों की मौजूदगी में हमला कर लहूलुहान कर दिया गया। इनके कपड़े फाड़ दिए गए।
इनकी मांग केवल ये थी कि हमेशा से चली आ रही एमसीडी की परंपरा के तहत चुनकर आने वाले पार्षदों की शपथ पहले कराइए। लेकिन चुनाव में हारी हुई बीजेपी के मन में काला चोर बसा हुआ है। नॉमिनेटेड मेंबर्स जिन्हें जनता ने एक वोट भी नहीं दिया, उन्हें मेयर, डिप्टी मेयर और स्टेडिंग कमेटी के सदस्यों के चुनाव में मत देने का अधिकार देना चाहते हैं। इस साजिश के कारण उन्होंने पहले नॉमिनेटेड मेंबर की शपथ पहले करा दी, जोकि एमसीडी के इतिहास में कभी आजतक नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि एमसीडी के नॉमिनेटेड मेंबर को न तो मेयर के चुनाव में मत देने का अधिकार है और न ही डिप्टी मेयर और स्टेडिंग कमेटी के सदस्यों के चुनाव में मत देने का अधिकार है। ये पहले अपनी शपथ लेने की मांग कर रहे हैं तो क्या ये इनका गुनाह है? क्या आप इनकी जान ले लेंगे? क्योंकि ये चाहते हैं कि हम दो-दो बार चुनकर आए है। हमारी शपथ करा लो। इसलिए आप इनकी जान ले लेंगे? इस पूरे गंदे खेल में कांग्रेस का हाथ बीजेपी के साथ है।
यहां कांग्रेस के जितने भी 9 पार्षद चुकर आए हैं, वो सभी भाजपा की मदद में लग गए हैं। एक-एक पार्षद की डील 50-50 लाख रूपये हुई है। ऐसे में कुल साढ़े चार करोड़ रूपये में डील हुई है। इन सारे सवालों का जवाब सामने आकर देना चाहिए।
सांसद संजय सिंह ने कहा कि अगर देश के गृह मंत्री इस खूनी खेल देख रहे हैं। दिल्ली की कानून व्यवस्था उनके अधीन है। एमसीडी का सदन सुरक्षित नहीं है। यहां पार्षदों पर जानलेवा हमला किया जा रहा है। आपको सामने आना आना चाहिए। साथ ही स्पष्ट करना चाहिए कि अगर जनता ने आपको हरा दिया तो क्या गुंडागर्दी और तानाशाही के दम पर लोकतंत्र का गला दबाकर आप मेयर, डिप्टी मेयर और स्टेडिंग कमेटी के मेंबर्स बनाना चाहते हो।
आम आदमी पार्टी के पार्षद प्रवीण कुमार ने कहा कि आज हम सभी आम आदमी के पार्षद शपथ लेने के लिए सदन के अंदर पहुंचे। उससे पहले ही बीजेपी की गुंडागर्दी और उनकी प्लानिंग थी कि जबरदस्ती, गैरकानूनी तरीके से जो गुंडे एल्डरमेन बनाकर भेजे हैं उन्हें शपथ दिलाने का काम कर रहे थे। इसपर हम लोगों ने आपत्ति जताई कि हम चुने हुए पार्षद है। आजतक कभी भी एमसीडी के इतिहास में ऐसा नहीं हुआ कि चुने हुए पार्षदों को बाद में शपथ दिलाई जाती है। मैं दूसरी बार सदन के अंदर चुनकर आया हूं और हमेशा एल्डरमेन को बाद में शपथ दिलाई जाती है।
मैंने जब इस बात का विरोध किया तो वहां मौजूद सभी एल्डरमेन, इलेक्टेड पार्षद व बीजेपी की सांसदों ने मिलकर मुझपर हमला किया। शपथ लेने वाले मोमेंटो से उन्होंने मुझे मारने की कोशिश की। उसके बाद उन्होंने मेरा गला दबाया और सारे कपड़े फाड़ दिए। करीब 25-30 पार्षदों और सांसदों ने मिलकर मुझपर हाथापाई की। सदन के अंदर इस तरीके से नहीं होना चाहिए। वहां मौजूद सभी सांसदों की जिम्मेदारी थी कि उन्हें मना करना चाहिए था। लेकिन उनके साथ मिलकर सभी लोग मेरे साथ वहां पर हाथापाई कर रहे थे। इस दौरान मुझे बहुत चोट लगी है। बहुत ज्यादा खून निकल रहा है और मेरे सारे कपड़े फाड़ दिये। ये बीजेपी की गुंडागर्दी है।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि नॉमिनेटेड काउंसलर्स कभी भी सदन के अंदर वोट नहीं डालते हैं। मेयर के चुनाव से लेकर डिप्टी मेयर के चुनाव हों या हाउस से जाने वाले स्टेंडिंग कमेटी के मेंबर्स हों, इसके अंदर नॉमिनेटेड काउंसलर्स के वोट प्रतिबंधित है। अब बेईमानी करके भारतीय जनता पार्टी एमसीडी पर कब्जा करना चाहती है। हम ये बेईमानी नहीं होने देंगे। एक महोदय मुझसे कह रहे थे कि अगर वो गुंडागर्दी कर भी रहे हैं तो क्या आप डर गए? मैंने कहा कि ये क्या बात हुई? जो नियम होगा उसी नियम से ही तो चलेंगे। बेइमान और बेइमानी से तो हर आदमी डरता है। ये बात डरने की नहीं है बल्कि ये बात उसूलों की है।
पूरी दिल्ली इनकी बेईमानी देख रही है। जिस तरह से गुंडागर्दी और जानलेवा हमला पार्षद प्रवीण पर किया है तो हम इस तरह की गुंडागर्दी नहीं चलने देंगे। हम कांग्रेस नहीं है, ये आम आदमी पार्टी है। आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी से लोहा लेना जानती है। इनकी ही भाषा में इनका जवाब देना जानते है।
राज्य सभा के सदस्य सुशील गुप्ता ने कहा कि इस देश के अंदर लोकतंत्र की रक्षा के लिए कानून बनाए गए हैं। ये देश संविधान के हिसाब से चलता है। एमसीडी का कानून है सेक्शन-3 ए (1) के तहत नॉमिनेटेड पार्षद वोट नहीं डाल सकते है। इस सदन की परंपरा रही है कि हमेशा जनता द्वारा चुने हुए लोगों को पहले शपथ दिलाई जाती है। उसके बाद चुनी हुई सरकार की सलाह से पार्षद नॉमिनेट होते है और वो नॉमिनेटेड पार्षद सदन की कार्रवाई में हिस्सा ले सकते हैं और वोट नहीं कर सकते। परंतु आज इन सारी परंपराओं को तोड़कर, सारे कानूनों को दरकिनार रखकर, भारतीय जनता पार्टी बेइमानी से इस मेयर व डिप्टी मेंयर के चुनाव में धांधली करना चाहती है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता द्वारा चुने हुए पार्षदों की अहमियत को कम करके ये पहले नॉमिनेटेड लोगों को शपथ दिलाना चाहते हैं, फिर उनसे वोट कराना चाहते है जिसका विरोध जब सदन के अंदर किया गया तो जानलेवा हमला किया गया। जिस तरह का गुंडागर्दी का माहौल सदन में हुआ है, इसकी हम कड़ी निंदा करते है। दिल्ली की जनता सब चीजें देख रही है कि किस तरीके से भारतीय जनता पार्टी गुंडागर्दी पर उतर आई है।